मथुरा आना तो जरूर पीना बुलाकी की चाय अंग्रेजों के जमाने में खुली थी दुकान

शहर में बुलाकी चाय आज भी वहीं स्वाद दे रही है, जो 105 साल पहले मिलता था. हर रोज सैकड़ों लोग यहां चाय और ब्रेड बटर का लुत्फ उठाने के लिए आते हैं. लोग यहां की कुल्हड़ वाली चाय पीने के बेहद शौकीन हैं.

मथुरा आना तो जरूर पीना बुलाकी की चाय अंग्रेजों के जमाने में खुली थी दुकान
निर्मल कुमार राजपूत, मथुरा. उत्तर प्रदेश के मथुरा में चाय के शौकीन सुबह और शाम को होलीगेट पर इकट्ठा होते हैं. 105 साल पुरानी चाय की दुकान लोगों को वहीं स्वाद देती चली आ रही है. शुरुआत में 1 पैसे की चाय और बटर ब्रेड मिलती थी. समय के साथ कीमत भी बदल गई. भले ही समय के साथ चाय और बटर ब्रेड की कीमत बदल गई हो, लेकिन स्वाद आज भी 105 साल वाला ही है. हम बात कर रहे हैं मथुरा की 105 साल पुरानी बुलाकी चाय वाले की दुकान की. शहर में बुलाकी चाय आज भी वहीं स्वाद दे रही है, जो 105 साल पहले मिलता था. हर रोज सैकड़ों लोग यहां चाय और ब्रेड बटर का लुत्फ उठाने के लिए आते हैं. लोग यहां की कुल्हड़ वाली चाय पीने के बेहद शौकीन हैं. यहां की चाय और ब्रेड बटर लोगों का पसंदीदा खानपान है. हर दिन सैकड़ों कुल्हड़ चाय और बटर ब्रेड की बिक्री होती है. दुकान स्वामी विनोद यादव ने लोकल 18 से बातचीत में कहा कि उनकी दुकान 105 साल पुरानी है. तब चाय का चलन बहुत कम था. दुकान पर पहले समय में दूध बेचा जाता था. करीब 50 साल से चाय बेची जा रही है. कभी 1 पैसे में मिलती थी चाय और ब्रेड बटर उन्होंने आगे कहा कि 105 साल पहले एक पैसे की चाय और बटर ब्रेड बेची जाती थी. आज के दौर में महंगाई के चलते 12 रुपये की चाय और 20 रुपये ब्रेड बटर की कीमत है. बुलाकी हमारे दादा जी का नाम था. दादा जी के नाम पर ही दुकान चल रही है. दुकान वर्तमान समय में तीसरी पीढ़ी चला रही है. चाय और ब्रेड बटर के अलावा हमारी दुकान का बर्गर, पेटीज, पिज्जा भी लोगों को पसंद आता है. कुल्हड़ में चाय देने का हमारे यहां चलन दादा जी के जमाने से है. Tags: Local18, Mathura news, UP newsFIRST PUBLISHED : June 13, 2024, 14:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed