बहुत ही स्वादिष्ट है मथुरा की पानीपुरी स्वाद ऐसा कि लोगों का लगता है हुजूम

वैसे तो मथुरा पेड़ों के लिए अपनी अलग ही पहचान रखता है, लेकिन पेड़ों के अलावा यहां की जलेबी और कचौड़ी के बाद गोलगप्पे अपनी धाक जमाए हुए हैं. शाम होते ही लोग इंतजार करते हैं तो सिर्फ और सिर्फ बालो सेठ की दुकान खुलने का. बालो सेठ के गोलगप्पे मथुरा ही नहीं बल्कि मथुरा से बाहर भी अपनी पहचान रखते हैं.

बहुत ही स्वादिष्ट है मथुरा की पानीपुरी स्वाद ऐसा कि लोगों का लगता है हुजूम