गाजियाबाद में मिलीं 46 लाख की घड़ी ब्रांड देख पुलिस रह गई हक्की बक्की

Gaziabad Latest News: यूपी के गाजियाबाद में पुलिस को 46 लाख की घड़ी मिलीं है. घड़ियों के ब्रांड देखकर पुलिस का भी सिर घूम गया. 10 अगस्त को चादर गैंग के शातिर बदमाशों ने गाजियाबाद के एक शोरूम से 3 करोड़ की घड़ियां चुराई थीं. आइए जानते है क्या है पूरा मामला.

गाजियाबाद में मिलीं 46 लाख की घड़ी ब्रांड देख पुलिस रह गई हक्की बक्की
गाजियाबाद. यूपी के गाजियाबाद में 3 करोड़ की घड़ियां चोरी मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. 10 अगस्त को चादर गैंग ने गाजियाबाद के एक शोरूम से 675 घड़ियों की चोरी की थी. जिसमें गाजियाबाद पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनके कब्जे से कुल 125 घड़ियां बरामद की हैं. जिनकी कीमत तकरीबन 46 लाख बताई जा रही है. पकड़े गए बदमाश पर एक लाख का इनाम भी है. पूरी घटना गाजियाबाद के थाना इंदिरापुरम क्षेत्र की है. आइए जानते हैं पूरा मामला. गाजियाबाद पुलिस ने एक ऐसी टीम का खुलासा किया है जिस टीम में प्लेयर भी है और फील्डर भी हैं. इससे पहले की आप इसे कोई खेल की टीम समझें आपको बता दें यह टीम चोरों की है. जिसका नाम चादर गैंग है. यह गैंग बिहार के घोड़ा सहन इलाके की है, जिसमें तकरीबन एक दर्जन शातिर चोर शामिल है. चोरों का यह गैंग अब तक कई राज्यों में चोरी की बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुका है. बीती 10 तारीख को भी इसी गैंग ने थाना इंदिरापुरम क्षेत्र के घड़ीयों के शोरूम से तकरीबन 3 करोड़ रुपए की 675 घड़ियां चोरी की थी. आपको बता दें पुलिस गिरफ्त में इस गैंग के दो सदस्य हैं जिनका नाम संतोष एवं रोहित है. यह दोनों शातिर चादर गैंग के सदस्य हैं. यह गैंग बड़े ही शातिराना अंदाज में पहले इलाके में रेकी किया करता है. उसके बाद इलाके के आसपास ही किराए पर कमरा लेकर वहां रहना शुरू कर देता है. 80 साल पुराने मदरसे में पहुंची पुलिस, अंदर हो रही थी पैसों की बारिश, अब पीछे पड़ी एजेंसियां रेकी करने के बाद घटना वाले दिन यह लोग प्राइवेट ऑटो से या प्राइवेट गाड़ी से वारदात को अंजाम देने के लिए निकलते हैं. जहां वारदात को अंजाम देना होता है उससे पहले ही उतरकर वहां से पैदल चलते हैं. इस दौरान गैंग के बदमाशों का अलग-अलग काम होता है. मसलन गैंग के को सदस्य शटर के बाहर चादर पकड़ कर खड़े हो जाते हैं, वहीं दूसरी ओर अन्य बदमाश शटर को तोड़ते हैं, बाकी अन्य बदमाश शोरूम के अंदर घुसकर चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं. अंदर घुसे बदमाशों को कोड वर्ड में प्लेयर कहा जाता है. वहीं इस दौरान बाकी बचे बदमाश बाहर खड़े होकर इस बात की निगरानी करते हैं कि कोई वहां से आ जा तो नहीं रहा है. उन सदस्यों को फील्डर कहा जाता है. जेलर को आया कॉल, उठाते ही फूले हाथ-पांव, किसने किया था फोन? नाम सुनते ही पुलिस के उड़े होश वारदात को अंजाम देने के बाद यह सभी गैंग के सदस्य वहां से पैदल निकलने के बाद दूसरी तरफ से वाहन पकड़ते हैं. उसके बाद अपने कमरे पर पहुंचते हैं जहां से अलग-अलग होकर बिहार के रास्ते नेपाल पहुंच जाते हैं. वहां जाकर चोरी की समान को बेच देते हैं और कुछ दिन वहीं रहते हैं. जब मामला शांत हो जाता है तो दोबारा यह गैंग अपना टारगेट निश्चित करता है. हालांकि पुलिस ने इस गैंग के दो शातिर बदमाश संतोष एवं रोहित को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि गैंग का सरगना सचिन एवं उसके अन्य साथी अभी भी पुलिस ग्रुप से दूर हैं, जिन्हें जल्द पकड़ने का दवा गाजियाबाद पुलिस द्वारा किया जा रहा है. वहीं दूसरी और चोरी का खुलासा होने के बाद शोरूम के मालिक ने भी इस पर अपनी खुशी जाहिर की. साथ ही उसने कहा कि जल्द ही अन्य चोरों को पकड़ने का दावा भी गाजियाबाद पुलिस द्वारा किया जा रहा है. उन्हें पूरी उम्मीद है कि उनका चोरी गया पूरा सामान वापस मिल जाएगा. Tags: Ghaziabad News, UP newsFIRST PUBLISHED : August 29, 2024, 17:58 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed