आशुतोष शाही हत्याकांड में 10 महीने बाद पकड़ा गया 3 लाख का इनामी कुख्यात ओंकार

Bihar Crime News: घटना के करीब 10 महीने के बाद पूरी घटना का मास्टरमाइंड रनंजय कुमार उर्फ ओंकार सिंह को बिहार STF ने मुजफ्फरपुर के मुशहरी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. इससे पहले इस घटना में शामिल मुख्य शूटर गोविन्द, मंटू शर्मा पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है और जेल के सलाखों के पीछे बंद है.

आशुतोष शाही हत्याकांड में 10 महीने बाद पकड़ा गया 3 लाख का इनामी कुख्यात ओंकार
हाइलाइट्स वकील के घर में घुसकर प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही समेत 4 की हुई थी हत्या. हत्याकांड के 10 महीने बाद कुख्यात तीन लाख का ईनामी ओंकार सिंह गिरफ्तार. प्रियांक सौरभ/मुजफ्फरपुर. बिहार के मुजफ्फरपुर के नगर थाना क्षेत्र के लकड़ीढाही में बीते साल 21 जुलाई की शाम अचानक अधिवक्ता डॉलर के घर अचानक ताबड़तोड़ फायरिंग होने लगी. चंद मिनटों में वहां तीन लाशें गिर चुकी थीं. इन लाशों में शहर के चर्चित प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही और उनके दो निजी गार्ड की लाशें थी. वहीं, तीन दिन बाद पटना में इलाजरत एक अन्य निजी गार्ड की इलाज के दौरान मौत हो गई. बीच शहर में हुए इस बड़ी वारदात में कई नाम सामने आए, जिसमें एक नाम बिहार के कुख्यात ओंकार सिंह भी आया था, जो अब पुलिस गिरफ्त में आ चुका है. घटना के करीब 10 महीने के बाद पूरी घटना का मास्टरमाइंड रनंजय कुमार उर्फ ओंकार सिंह को बिहार STF ने मुजफ्फरपुर के मुशहरी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. इससे पहले इस घटना में शामिल मुख्य शूटर गोविन्द, मंटू शर्मा पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है और जेल के सलाखों के पीछे बंद है. वहीं, अब इसके मास्टरमाइंड और तीन लाख का इनामी ओंकार की गिरफ्तारी कहीं न कहीं पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है. फिलहाल यह मामला CID देख रही है. आशुतोष शाही हत्याकांड का आरोपी कुख्यात ओंकार सिंह पकड़ा गया. कौन है ओंकार सिंह? गिरफ्तार कुख्यात ओंकार सिंह का पूरा नाम रनंजय ओंकार सिंह है और वह मूलरूप से बिहार के बेगूसराय का रहने वाला है. फिलहाल मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा PNT कॉलोनी रोड में रह रहा था. उसके खिलाफ नगर थाना में 614/23, IPC की धारा 302,307,379 के साथ 120बी/ भा. द. वि. और 27आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज है. इसके अलावा ओंकार सिंह के खिलाफ मुजफ्फरपुर के अलग अलग थानों में हत्या, रंगदारी, समेत कई गंभीर मामले भी दर्ज हैं. क्या है पूरा मामला ?  कल्याणी मछली मंडी वाली जमीन और बेला इमली चौक स्थित डेढ़ बीघा के प्लॉट की डीलिंग को लेकर विवाद हुआ था. बेला में नंद विहार कॉलोनी के रहने विजेंद्र सिंह ने जमीन खरीदी थी. इसे लेकर बदमाशों ने उनसे 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी, जिसका आशुतोष शाही ने विरोध किया था. मंटू शर्मा, विक्कू शुक्ला और उनके गैंग के लोग कल्याणी मछली मंडी वाली जमीन को कम दाम में खरीदना चाहते थे, लेकिन आशुतोष शाही ने अधिक दाम में यह जमीन खरीद थी. इन दोनों मामलों को लेकर बदमाशों ने आशुतोष शाही की हत्या कर दी. Tags: Bihar News, Muzaffarpur newsFIRST PUBLISHED : May 30, 2024, 15:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed