क्रिमिनल्स के लिए काल बनी माला पर मुजफ्फरपुर पुलिस को है नाज अब मिलेगा अवॉर्ड
क्रिमिनल्स के लिए काल बनी माला पर मुजफ्फरपुर पुलिस को है नाज अब मिलेगा अवॉर्ड
Muzaffarpur News: मुजफ्फरपुर के चर्चित कई कांडों में अपराधियों को सलाखों तक पहुचाने वाली डिटेक्टिव डॉगी माला को पुरस्कृत किया जाएगा. इसके लिए मुजफ्फरपुर पुलिस ने पुलिस मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा है.
हाइलाइट्स दर्जनों अपराधियों को सलाखे के पीछे पहुँचाने वाली डॉगी माला होगी पुरस्कृत. पारू कांड, यूट्यूबर मर्डर केस समेत बड़े से बड़े मामलों को कर चुकी है सॉल्व. पटना लाई गई माला कई केस का सुराग ढूंढ़ने में पुलिस की कर चुकी है मदद.
प्रियांक सौरभ/मुजफ्फरपुर. बिहार में कहीं भी कोई बड़ा क्राइम होता है तो उसकी तफ्तीश में डॉग स्क्वायड की टीम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. मुजफ्फरपुर में हाल के दिनों में हुए बड़े क्राइम जैसे पारु हत्याकांड, यूट्यूबर मर्डर केस, तुर्की पत्रकार हत्याकांड, जयप्रकाश मर्डर मामला सहित दर्जनों मामलों में मुजफ्फरपुर डॉग स्क्वायड की सदस्य डॉगी माला ने पूरे केस की पड़ताल की और आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. पटना से एक साल पहले मुजफ्फरपुर लाई गई माला के कारनामों को देख अब मुजफ्फरपुर पुलिस ने बिहार पुलिस मुख्यालय को उसे सम्मानित करने का प्रस्ताव भेजा है.
आइये पहले जानते हैं कि माला ने कैसे वो दो केस सुलझाए जिसको लेकर पुलिस भी पसोपेश में थी.
केस नंबर 1-मुजफ्फरपुर का गांव है छाजन. 23 साल के यूट्यूबर गौरव कुमार की हत्या जुलाई महीने में कर दी गई. शव पेड़ पर लटका हुआ था और लोग इसको सुसाइड समझ रहे थे. पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था, लेकिन डॉग स्क्वायॅड टीम का अहम सदस्य माला को लाया गया. यहां तो माला ने कमाल कर दिया और माला के जरिए ही पुलिस को पहला क्लू मिल गया. घटना में इस्तेमाल गमछे को सूंघकर आरोपी के घर तक पुलिस पहुंच गई. इस आरोपी के खिलाफ मृतक के परिजन ने भी नामजद एफआईआर दर्ज करवाई है. हालांकि, पुलिस आज तक नामजद आरोपी को पकड़ नहीं पाई है, लेकिन यह केस लगभग सॉल्व ही है.
केस नंबर 2- मुजफ्फरपुर सदर थाने की सहजानंद कॉलोनी में हुए जयप्रकाश हत्याकांड में भी डॉगी माला ने महत्वपूर्ण सुराग दिया था. उसी सुराग के बल पर पुलिस ने घर को चिह्नित कर सीसीटीवी फुटेज से घटना में शामिल आरोपितों की पहचान की थी. प्रेमिका के ममेरे भाई को गिरफ्तार किया था. दो दिन पूर्व प्रेमिका ने भी सरेंडर किया था. हालांकि, अब भी प्रेमिका का भाई और पिता को पकड़ा नहीं जा सका है.
बता दें कि मुजफ्फरपुर पुलिस लाइन डॉग स्क्वायड भवन में रहने वाली डॉगी माला का ख्याल उनके केयर टेकर पंकज महथा करते हैं. पंकज ने News 18 से बातचीत में बताया कि माला लेबरा प्रजाति की डॉगी है और इसे हैदराबाद में प्रॉपर ट्रेनिंग दी गई है. इसी ट्रेनिंग का नतीजा है कि, माला अब तक दर्जनों मामलों में अपराधियों को सलाखों के पीछे करवा चुकी है. जब ये छोटी थी, तब ही इसे खरीदा गया था.
पंकज महथा ने बताया कि माला की सूंघने की क्षमता तेज है. यह क्राइम सीन पर सूंघ कर अपराधी के पदचिन्हों पर जाती है. अगर अपराधी एक-दो किलोमीटर की रेंज में कहीं छिपा रहता है तो वहां तक पहुंच जाती है. माला को सुबह दूध-रोटी और शाम में मटन चावल साथ ही हरी सब्जी खाने के लिए दी जाती है. ये डॉगी इतने समझदार और वफादार होते हैं कि जो भी इनकी देखरेख करते हैं, उनके साथ इनका काफी लगाव हो जाता है.
Tags: Bihar crime news, Bihar News, Muzaffarpur hindi news, Muzaffarpur ka news, Muzaffarpur latest news, Muzaffarpur newsFIRST PUBLISHED : September 11, 2024, 17:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed