कन्नौज: कन्नौज जिले के सुगंध एवं सुरस विकास केंद्र में प्रशिक्षण पाकर आज कई युवा बहुत अच्छी जगह पर अपना करियर बना चुके हैं. यहां पर दो प्रकार के प्रशिक्षण केंद्र चलते हैं, जिनमें युवाओं के प्रतिभाग करने के बाद उनको कहीं ना कहीं अच्छी जगह जरूर प्लेसमेंट मिल जाता है. या फिर वह हुनर मंद बनाकर अपना ही व्यापार चालू कर लेते हैं और नौकरी करने के बजाय नौकरी देने के लायक आत्मनिर्भर बन सकते हैं. यहां पर सबसे अच्छे वैज्ञानिकों द्वारा फ्रेगरेंस एंड फ्लेयर के बारे में प्रशिक्षण मिलता है. देश के साथ-साथ विदेशो से भी यहां लोग प्रशिक्षण लेने आते हैं.
ट्रेनिंग के बाद आसानी से मिल जाती है नौकरी
देश का एकमात्र फ्रेगरेंस रिसर्च सेंटर कन्नौज जिले में बना हुआ है. यहां पर हर वर्ष प्रशिक्षण चलते हैं, जिनमें युवाओं को फ्रेगरेंस एंड फ्लेवर के बारे में प्रशिक्षण दिया जाता है. कैसे चीजों से खुशबू को निकालना और कैसे उच्च क्वालिटी की चीजों को पहचानना है, इसके बारे में यहां पर प्रशिक्षण दिया जाता है. एफएफडीसी के निर्देशक शक्ति विनय शुक्ला बताते हैं, ‘यहां पर हर वर्ष लोग प्रशिक्षण प्रकार विदेश में या फिर अपना स्वयं का व्यापार शुरू करके आत्मनिर्भर बन जाते हैं. आमतौर पर देखा जाता है इंटर या ग्रेजुएशन करने के बाद 10 से 15000 रुपए की नौकरी मिलती है, लेकिन यहां के प्रशिक्षण के बाद युवाओं को विदेशों में भी प्लेटफॉर्म मिल जाता है. जहां पर लाखों रुपए के पैकेज पर वह काम करते हैं. बहुत सारे ऐसे लोग भी हैं जो अपना खुद का व्यापार करके नौकरी लेने की बजाय नौकरी देने लायक बन जाते हैं.’
कौन-कौन से होते हैं कोर्स
यहां पर प्रतिवर्ष दो कोर्स चलते हैं. एक कोर्स में उन लोगों को प्रशिक्षण मिलता है, जो 12th पास होते हैं. वहीं दूसरे कोर्स में उन लोगों को प्रशिक्षण मिलता है जो ग्रेजुएशन पास होते हैं.
इन छात्रों को मिली बड़ी सफलता
कन्नौज के रहने वाले उत्कर्ष कटिहार ने सुगंध एवं सूरस का कोर्स किया, जिसके बाद उनको ओमान देश में नौकरी मिली. वहीं, एक युवती जो यहां से प्रशिक्षण प्रकार दुबई में नौकरी कर रही है. वहीं, एक और छात्र को भी दुबई में ही अच्छी सैलरी पर नौकरी मिली. यही नहीं यहां से सीखने के बाद बहुत सारे ऐसे छात्र हैं, जिनको तमाम अलग-अलग जगह पर 30, 40 से ₹50,000 की नौकरी मिली है.
कैसे करें आवेदन और कितनी होगी फीस
यहां पर आवेदन करने का बहुत सरल तरीका है. गूगल पर फ्रेगनेंस फ्लेवर डेवलपमेंट सेंटर डालना होगा. जिसके बाद यहां की वेबसाइट खुल जाती है. अपने सभी डॉक्यूमेंट के साथ यहां पर कोर्स के लिए उनको भरना होता है. वहीं, 12th पास वाले लोगों के लिए एक से 1,30,000 रुपए तक का सालाना कोर्स फीस होती है. वहीं, ग्रेजुएशन करने वालों के लिए लास्ट ईयर 1.50 रुपए थी. इस वर्ष लगभग ₹2,00000 फीस निर्धारित हो सकती है. बाहर से आने वाले लोगों के लिए यहां पर रहने और खाने की भी व्यवस्था मामूली शुल्क पर मिल सकती है.
Tags: Education, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 30, 2024, 16:09 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed