देश के लिए दौड़ने वाला एथलीट आज स्टेडियम में काट रहा घास जानें वजह
देश के लिए दौड़ने वाला एथलीट आज स्टेडियम में काट रहा घास जानें वजह
Saharanpur News: राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता खेलने वाला एथलीट सतीश आज सहारनपुर स्टेडियम में घास काट रहा है. खिलाड़ी ने बताया कि वह अपना परिवार चलाने के लिए गेम छोड़ने को मजबूर हो गया, लेकिन आज भी वह वेटरन प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं.
अंकुर सैनी/सहारनपुर: भारत के युवा खिलाड़ी आज पेरिस ओलंपिक 2024 में शानदार प्रदर्शन कर देश का नाम रोशन कर रहे हैं, लेकिन इस दौर में हम आपको एक ऐसे खिलाड़ी की कहानी बताएंगे, जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर तक नाम कमाया, लेकिन पारिवारिक हालातों के चलते आज वह गुमनामी की जिंदगी जी रहा है . कुछ ऐसी ही कहानी है सहारनपुर के एक एथलीट सतीश की है, जो आज सहारनपुर के डॉ. भीमराव आंबेडकर स्पोर्ट्स स्टेडियम में मैदान की सफाई से लेकर कूड़ा उठाने तक काम कर रहे हैं.
ओलंपिक में पदक जीतने का था सपना
सतीश कुमार मूल रूप से सहारनपुर की नकुड़ विधानसभा क्षेत्र के गांव भैरमऊ के रहने वाले हैं. सतीश ने साल 1987 से जनपद और मंडल से लेकर राज्य व राष्ट्रीय स्तर की दौड़ प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग किया. उन्होंने भी ओलंपिक में देश के लिए पदक जीतने का सपना देखा था, लेकिन घर की जिम्मेदारी और आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण उनको खेल से दूर होना पड़ा, लेकिन उनके अंदर खेल के प्रति इतना जुनून है कि वह आज भी वेटरन प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करते हैं.
राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता खेल चुके हैं सतीश
सतीश बताते हैं कि बीते साल बंगलुरु में हुई राष्ट्रीय दौड़ प्रतियोगिता में वह छठे स्थान पर रहे थे. सतीश राज्य स्तर की 9 और राष्ट्रीय स्तर की 4 प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर चुके हैं. सतीश कुमार ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि उनकी शादी जल्दी हो गई थी, जिसके बाद 3 बेटियां हुई. बेटियों की परवरिश के कारण उन्होंने स्टेडियम में अस्थायी कर्मचारी के रूप में काम करना पड़ा.
उन्होंने बताया कि खिलाड़ी होने की वजह से तमाम खेल अधिकारियों से स्नेह मिला, लेकिन घर चलाने के लिए पैसे की आवश्यकता होती है, ऐसे में उन्होंने काम को पहले नंबर और खेल को दूसरे नंबर पर रखा, जिससे घर का चूल्हा चलता रहे.
Tags: Local18, Saharanpur newsFIRST PUBLISHED : August 6, 2024, 09:49 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed