इस विदेशी फूल की करें खेती सीजन में होगी लाखों की कमाई
इस विदेशी फूल की करें खेती सीजन में होगी लाखों की कमाई
किसान भारत वीर सिंह ने बताया कि बैंक से रिटायर होने के बाद फूलों की पौध तैयार करनी शुरू की. जापान की टाकी कंपनी से लिसियनथस फूल के बीज को मंगवाकर पौधे तैयार कर रहे हैं. हर साल लगभग 50 हजार पौधे तैयार कर लेते हैं. सितंबर में इसकी शोइंग की जाती है. फरवरी और मार्च में इसकी खेती कर सकते हैं. एक पेड़ पर 6 से 7 कलर के फूल आते हैं.
सहारनपुर. यूपी के सहारनपुर में अलग-अलग तरीके से खेती होती है. यहां के किसानों ने विभिन्न फसलों की खेती के जरिए अलग पहचान स्थापित कर ली है. वहीं सहारनपुर के एक किसान भारत वीर सिंह ने बैंक से रिटायर होने के बाद फूलों का पौधा तैयार करने का काम शुरू किया है. किसान भारत वीर सिंह विभिन्न प्रकार के फूल के पौध तैयार करते हैं. यूपी सहितदेश के अन्य राज्यों में भी इनके पौधे की अच्छी-खासी डिमांड है.
50 हजार पौधे हर साल करते हैं तैयार
किसान भारत वीर सिंह ने लोकल 18 को बताया कि दूर-दराज इलाके के किसान यहां से पौधे ले जाकर खेती करते हैं. उन्होंने बताया कि इस बार लिसियनथस फूल के पौधे को तैयार किया है. उन्होंने बताया कि जापान की टाकी कंपनी से लिसियनथस फूल के बीज को मंगवाकर पौधे तैयार कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि हर साल लगभग 50 हजार पौधे तैयार कर ले रहे हैं. किसान ने बताया कि बैंक से रिटायर होने के बाद फूलों की पौध तैयार करनी शुरू की. इस साल लिसियनथस फूल के लगभग 50 हजार पेड़ तैयार किया है.
लिसियनथस का मार्केट में है जबरदस्त डिमांड
किसान भारत वीर सिंह ने लोकल 18 को बताया कि बीज से पौधा बनने में काफी समय लगता है. सितंबर में इसकी शोइंग की जाती है और मार्च में इसके पौधे तैयार हो जाता है. लिसियनथस जापान की टाकी कंपनी की सीड्स है. लिसियनथस फूल की अगर कोई खेती करना चाहता है तो खेती भी कर सकता है. लिसियनथस का फूल बुके में इस्तेमाल किया जाता है. सहारनपुर से पौध तैयार कर देहरादून नर्सरी में भेजा जाता है और वहां उसको सेल किया जाता है. लिसियनथस फूल की खेती करने का सही समय फरवरी से मार्च है और इसकी मार्केट में अच्छी डिमांड है. लिसियनथस के पेड़ पर 6 से 7 कलर के फूल आते है. एक पेड़ 30 रुपये तक बिकता है.
Tags: Agriculture, Local18, Saharanpur news, UP newsFIRST PUBLISHED : September 23, 2024, 20:00 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed