पूर्व विधायक उदयभान करवरिया नैनी सेंट्रल जेल से हुए रिहा काट रहे थे उम्रकैद

Prayagraj News: सपा विधायक जवाहर यादव की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे पूर्व विधायक उदयभान करवरिया को समय से पहले ही जेल से रिहा कर दिया गया. गुरुवार सुबह वे नैनी सेंट्रल जेल से बाहर आ गए.

पूर्व विधायक उदयभान करवरिया नैनी सेंट्रल जेल से हुए रिहा काट रहे थे उम्रकैद
हाइलाइट्स पूर्व विधायक उदयभान करवरिया गुरुवार सुबह नैनी सेंट्रल जेल से रिहा हो गए उदयभान करवरिया 8 साल 9 महीने बाद वह नैनी सेंट्रल जेल से रिहा हुए हैं प्रयागराज. सपा विधायक जवाहर यादव उर्फ जवाहर पंडित की हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे पूर्व विधायक उदयभान करवरिया गुरुवार सुबह नैनी सेंट्रल जेल से रिहा हो गए. 8 साल 9 महीने बाद वह नैनी सेंट्रल जेल से रिहा हुए हैं. जेल से रिहा होने पर उनकी पत्नी पूर्व विधायक नीलम करवरिया भी जेल के बाहर मौजूद थीं. इसके अलावा कुछ परिवार के लोग, करीबी और समर्थक भी मौजूद थे. उम्रकैद की सजा को लेकर शासन ने 19 जुलाई को समय पूर्व रिहाई का आदेश दिया था. सरकारी अमले की पैरवी और जेल में अच्छे आचरण के आधार पर पूर्व विधायक की सजा माफ करते हुए उन्हें रिहा किए जाने का फैसला लिया गया. प्रयागराज के एसएसपी और डीएम ने भी समय पूर्व रिहा किए जाने की संस्तुति की थी. जिसके बाद योगी सरकार की सिफारिश पर गवर्नर आनंदी बेन पटेल ने उदयभान करवरिया की उम्र कैद की बाकी सजा को माफ कर दिया था. गवर्नर ने संविधान के अनुच्छेद 161 के तहत मिली शक्तियों का प्रयोग कर बीजेपी नेता की बाकी बची सजा को माफ कर दिया. जिसके बाद प्रयागराज और कौशांबी के थानों से पूर्व विधायक को किसी अन्य मामले में निरुद्ध नहीं रखने की रिपोर्ट भेजी गई थी. जेल अधिकारियों को भी कारागार प्रशासन व सुधार सेवाएं विभाग की ओर से उदयभान को रिहा करने का आदेश भेजा गया था. जिसके बाद कागजी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद पूर्व विधायक उदयभान करवरिया की आज नैनी सेंट्रल जेल से रिहाई हो गई है. जवाहर पंडित के परिवार और सपा ने किया विरोध हालांकि योगी सरकार के सजा माफी कराए जाने के फैसले को लेकर अब विवाद भी खड़ा हो गया है. मौत के घाट उतारे गए पूर्व विधायक जवाहर पंडित के परिवार वालों और समाजवादी पार्टी के नेताओं ने योगी सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं. विधायक की हत्या जैसे गंभीर आरोपों में दोषी करार दिए गए सजायाफ्ता कैदी को माफी दिए जाने पर एतराज जताया है. परिजनों और विपक्षी नेताओं का कहना है कि योगी सरकार एक तरफ कानून व्यवस्था की दुहाई देती है और दूसरी तरफ विधायक की हत्या के दोषी बीजेपी नेता को कोर्ट के आदेश के बावजूद जेल से रिहा कराने का काम करती है. उम्र कैद की सजा काट रहा मुलजिम बीजेपी का नेता और पूर्व विधायक है, इसलिए उसकी सजा माफ कराई गई है. अब योगी सरकार के सजा माफी के फैसले को मौत के घाट उतारे गए विधायक जवाहर पंडित का परिवार अदालत में चुनौती देने की तैयारी में है. जवाहर पंडित की पत्नी विजमा यादव प्रयागराज की प्रतापपुर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी की मौजूदा विधायक हैं. 1996 में हुई थी जवाहर पंडित की हत्या गौरतलब है कि बारा विधानसभा सीट से से दो बार विधायक रहे उदयभान करवरिया, उनके बड़े भाई कपिल मुनि करवरिया छोटे भाई सूरजभान करवरिया और रिश्तेदार रामचंद्र त्रिपाठी उर्फ कल्लू को झूंसी के पूर्व विधायक जवाहर पंडित की हत्या में इलाहाबाद की ट्रायल कोर्ट ने 4 नवंबर 2019 को दोषी करार देकर उम्र कैद की सजा सुनाई थी. दरअसल अगस्त 1996 में एके-47 से सिविल लाइंस इलाके में समाजवादी पार्टी के तत्कालीन विधायक जवाहर पंडित की हत्या कर दी गई थी. हत्या का आरोप बीजेपी नेता और पूर्व विधायक उदयभान करवरिया के साथ ही उनके बड़े भाई और बीएसपी के पूर्व सांसद कपिल मुनि करवरिया, छोटे भाई और एमएलसी सूरज भान करवरिया समेत परिवार के अन्य लोगों पर लगा था. उदयभान करवरिया पिछले करीब 10 सालों से जेल में थे. उदयभान करवरिया ने गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद जनवरी 2014 में कोर्ट में सरेंडर किया था. तब से ही वह जेल में बंद थे. हालांकि अभी भी उदयभान करवरिया के बड़े भाई कपिल मुनि करवरिया और छोटे भाई सूरजभान करवरिया इसी मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे हैं. Tags: Allahabad news, UP latest newsFIRST PUBLISHED : July 25, 2024, 10:18 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed