लड्डू गोपाल की प्रतिमा किस दिशा में रखें वास्तु नियमों का करें पालन
लड्डू गोपाल की प्रतिमा किस दिशा में रखें वास्तु नियमों का करें पालन
अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व होता है. जमीन की खरीदारी से लेकर मकान बनाने तक में वास्तु के नियम का पालन किया जाता है, इतना ही नहीं मठ मंदिरों में विराजमान लड्डू गोपाल की सेवा आराधना में भी वास्तु शास्त्र के जुड़े नियम का पालन करना बेहद शुभ माना जाता है .
अयोध्या: हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व होता है, और इसका पालन करने से घर की कई समस्याओं का समाधान हो सकता है. सनातन धर्म के मठ, मंदिर और घरों में भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप, लड्डू गोपाल, की पूजा विशेष रूप से की जाती है. लेकिन लड्डू गोपाल की सेवा और आराधना के दौरान वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक माना जाता है.
ऐसा करने से भगवान श्रीकृष्ण की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है. आइए जानते हैं, लड्डू गोपाल की मूर्ति से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण वास्तु नियम.
लड्डू गोपाल की प्रतिमा किस दिशा में रखें?
अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम के अनुसार, वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना शुभ होता है. लड्डू गोपाल की प्रतिमा को घर के उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) में रखना सबसे शुभ माना जाता है. इस दिशा को आध्यात्मिक ऊर्जा से जुड़ा हुआ माना जाता है, और ऐसा करने से घर में सुख-शांति का माहौल बना रहता है.
कब लानी चाहिए लड्डू गोपाल की प्रतिमा?
अगर आप अपने घर में लड्डू गोपाल की नई प्रतिमा स्थापित करना चाहते हैं, तो इसके लिए जन्माष्टमी का दिन सबसे उत्तम माना जाता है. इसके अलावा, सावन माह का कोई भी दिन भी लड्डू गोपाल की स्थापना के लिए शुभ होता है. सनातन धर्म में जन्माष्टमी और सावन का महीना विशेष महत्व रखता है.
लड्डू गोपाल को कैसे रखें?
मंदिर में लड्डू गोपाल की प्रतिमा को हमेशा किसी ऊंचे स्थान पर स्थापित करना चाहिए. नियमित रूप से उनकी पूजा-अर्चना करनी चाहिए. इस बात का ध्यान रखें कि लड्डू गोपाल के सामने कभी भी नकारात्मक विचार न लाएं और न ही कोई नकारात्मक बात बोलें. ऐसा करने से जीवन में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे.
नोट: यह जानकारी वास्तु शास्त्र के अनुसार दी गई है. न्यूज़ 18 इन तथ्यों की पुष्टि नहीं करता है.
Tags: Local18, Sri Krishna JanmashtamiFIRST PUBLISHED : August 15, 2024, 12:43 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed