धान की रोपाई के 20 दिन बाद करें इस अनुपात में उर्वरक का प्रयोग
धान की रोपाई के 20 दिन बाद करें इस अनुपात में उर्वरक का प्रयोग
कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि धान की फसल की रोपाई हो चुकी है. किसान धान की फसल से ज्यादा पैदावार लेने के लिए अंधाधुंध रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल करते हैं जो खतरनाक है.
शाहजहांपुर : किसान फसलों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल करते हैं. उर्वरक, पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति करते हैं. कई बार बिना मृदा परीक्षण के डाले गए उर्वरक नुकसानदायक भी हो सकते हैं. कृषि एक्सपर्ट का कहना है कि उर्वरक का इस्तेमाल करते समय विशेष ध्यान रखने की जरूरत है.
कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि धान की फसल की रोपाई हो चुकी है. किसान धान की फसल से ज्यादा पैदावार लेने के लिए अंधाधुंध रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन जरूरी है कि मिट्टी परीक्षण करने के बाद रिपोर्ट के अनुसार ही उर्वरकों का इस्तेमाल करना चाहिए. जिससे कम लागत में किसानों को ज्यादा आमदनी होगी. अगर किसान समय पर मृदा परीक्षण नहीं करा पाए हैं तो वैज्ञानिकों सुझावों के अनुसार ही रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल करना चाहिए.
बेसल डोज में डीएपी और एनपीके
डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि धान की फसल की रोपाई करते समय बेसल डोज में 50 किलो डीएपी या 50 किलो एनपीके का इस्तेमाल करना चाहिए. खेत की अंतिम जुताई के वक्त 10 किलोग्राम जिंक प्रति एकड़ के हिसाब से मिट्टी में मिला देनी चाहिए, जिससे पौधों की बढ़ावार अच्छी होगी.
18 दिन बाद करें ये काम
डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि रोपाई होने के 15 से 18 दिन के बाद 40 से 45 किलोग्राम नाइट्रोजन प्रति एकड़ के हिसाब से देनी चाहिए. इसके साथ ही 2 से 3 किलोग्राम मोनो 33% जिंक भी दे दें. ऐसा करने से धान के पौधों में कल्लों की संख्या तेजी के साथ बढ़ेगी.
फंगस की रोकथाम के लिए करें ये प्रयोग
डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि 25 से 30 दिन की फसल होने पर 40 से 45 किलोग्राम नाइट्रोजन और 2 से 3 किलोग्राम सल्फर प्रति एकड़ के हिसाब से करें. सल्फर का इस्तेमाल करने से धान के पौधों की जड़ों में किसी तरह का कोई फंगस अटैक नहीं करेगा. धान की बाली आने से पहले सभी उर्वरकों की पूर्ति कर देनी चाहिए.
Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : August 1, 2024, 15:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed