भूल जाएंगे आप ट्रेन का सफर इंदौर रायपुर समेत 11 एक्‍सप्रेसवे से राह आसान

Green Field Expressway and Highway- अगले साल से आपको गांव-घर जाने के लिए ट्रेनों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. 2025 में 11 एक्‍सप्रेसवे और हाईवे तैयार होने जा रहे हैं, जो 16 राज्‍यों से गुजरेंगे.

भूल जाएंगे आप ट्रेन का सफर इंदौर रायपुर समेत 11 एक्‍सप्रेसवे से राह आसान
Ministry of Road Transport and Highways. ट्रेन का सफर मजेदार होता है, लेकिन अगर कोई एक्‍सप्रेसवे या हाईवे आपको सीधा शहर तक पहुंचाए तो इससे अच्‍छी यात्रा कया हो सकती है. जहां मन करें, वहां रुककर रास्‍तेभर मस्‍ती करते हुए जा सकते हैं. तो आप को इसके लिए और ज्‍यादा इंतजार नहीं करना होगा. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा अगले साल देश में 11 एक्‍सप्रेसवे और हाईवे तैयार कराए जा रहे हैं. आइए जानें इनमें आपके शहर को जाने वाला कौन सा हाईवे है? सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय हाईवे और एक्‍सप्रेसवे के निर्माण में फोकस कर रहा है. वर्ष 2014 में नेशनल हाइवे की कुल लंबाई 91,287 किमी. से 1.6 गुना बढ़ाकर 2024 में 1,46,145 किमी हो गई है. पिछले साल 2023-24 में 12 हजार किलोमीटर से ज्‍यादा दूरी के नेशनल हाइवे और एक्‍सप्रेसवे बनाए गए हैं, देश में रोजना 33 किमी. हाईवे रिकार्ड निर्माण हो रहा है. मंत्रालय ने अगले साल तक 11 और हाईवे और एक्‍सप्रेसवे तैयार करने का डेडलाइन तक कर दी है. 5467 किमी. हाईवे और एक्‍सप्रेसवे हो रहे हैं तैयार अगले साल तैयार होने वाले 11 हाईवे और एक्‍सप्रेसवे कुल लंबाई 5467 किमी. है, जो 16 राज्‍यों से होकर गुजर रहे हैं. जिसमें तमाम शहरों से आवागमन कनेक्‍टीविटी बेहतर होगी. ये हैं हाईवे और एक्‍सप्रेसवे दिल्‍ली मुंबई (1350 किमी.) दिल्‍ली कटड़ा (670किमी), दिल्‍ली देहरादून (210 किमी.) रायपुर-हैदराबाद (330 किमी.), इंदौर -हैदराबाद (713 किमी.), सूरत-सोलापुर (464 किमी.), नागपुर-विजयवाड़ा (457 किमी.), चेन्‍नई-सालेम (277किमी.), सोलापुर-कुनलूर (318 किमी.), नागपुर-विजयवाड़ा ( 457 किमी.), हैदराबाद विशाखापट्टनम (221किमी.) शामिल हैं. लाजिस्टिक खर्च होगा काम सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार मौजूदा समय लाजिस्टिक पर आने वाला खर्च 12 फीसदी के करीब है. हालांकि पहले यह 15 से 16 फीसदी के आसपास था. अगले पांच वर्षों में इसे एक डिजिट में करने का लक्ष्‍य रखा गया है. इस वजह से एक्‍सप्रेसवे और एक्‍सप्रेसवे का निर्माण तेजी से किया जा जाएगा. इंटरनेशल स्‍टैंडर्ड के अनुसार रफ़्तार आधी मौजूदा समय कारगो व्‍हीकल यानी माल ढुलाई करने वाले ट्रक रोजाना करीब 400 किमी. की दूरी तय करते हैं. यह आंकड़ा इंटरनेशल स्‍टैंडर्ड के अनुसार केवल 50 फीसदी ही है. मंत्रालय इसे बढ़ाने के लिए ही तेजी से एक्‍सप्रेसवे का निर्माण करेगा. Tags: Expressway New Proposal, Road and Transport MinistryFIRST PUBLISHED : September 11, 2024, 09:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed