बरसात में इस सब्जी की करें खेती बंपर होगी पैदावार लाखों में कमाएंगे मुनाफा
बरसात में इस सब्जी की करें खेती बंपर होगी पैदावार लाखों में कमाएंगे मुनाफा
बैंगन की कुछ ऐसी किस्में हैं, जिनकी खेती मौसम के हिसाब से की जाती है, लेकिन इसकी खेती के लिए जल निकासी वाली दोमट मिट्टी अच्छी रहती है. जिसमें अच्छी पैदावार कर किसान लाखों रुपए मुनाफा कमा सकते हैं.
संजय यादव/बाराबंकी: आज कल के किसान ज्यादातर सब्जियों की खेती की तरफ रुख कर रहे हैं, क्योंकि अन्य फसलों के मुकाबले सब्जियों की खेती से उन्हें अच्छा मुनाफा मिल रहा है. ऐसे में किसान सीजन के हिसाब से अलग-अलग तरह की सब्जियां उगाते हैं. बरसात के मौसम में बैंगन की खेती करके किसान मोटी कमाई कर सकते हैं. दरअसल बैंगन एक ऐसी सब्जी है, जिसकी डिमांड पूरे साल रहती है. इसकी खेती जुलाई अगस्त में ज्यादा कमाई दे सकती है. क्योंकि बरसात में इसकी पैदावार काफी कम होती है, जिससे इसके दाम काफी बढ़े हुए होते हैं. ऐसी स्थिति में बैंगन की खेती काफी अच्छा विकल्प हो सकती है.
बैंगन की कुछ ऐसी किस्में हैं, जिनकी खेती मौसम के हिसाब से की जाती है, लेकिन इसकी खेती के लिए जल निकासी वाली दोमट मिट्टी अच्छी रहती है. जिसमें अच्छी पैदावार कर किसान लाखों रुपए मुनाफा कमा सकते हैं. वहीं बाराबंकी जिले के शरीफाबाद गांव के रहने वाले किसान सतेन्द्र कुमार कई सालों से बैंगन की खेती करके अच्छा लाभ कमा रहे है
बैंगन की खेती करने वाले किसान सतेन्द्र कुमार ने बताया करीब 4 सालों से सब्जियों की खेती कर रहे हैं, जिसमें गोभी, करेला, मिर्च, बैंगन आदि है. इस समय करीब मेरे पास दो बीघे में बैंगन लगा हुआ है, जो निकल भी रहा है और करीब 30 से 40 रुपये किलो में जा भी रहा है. बैंगन की खेती में अगर हम लागत की बात करें तो एक बीघे में 10 से 15 हजार रुपए आती है और मुनाफा करीब एक से डेढ़ लाख रुपए आराम से हो जाता है. अगर रेट और अच्छा मिल गया तो मुनाफा बढ़ भी जाता है. बैंगन की फसल की पैदावार तो अच्छी होती है पर बरसात के सीजन में इसमें कीड़े व रोग ज्यादा लगता है, जिससे इसकी पैदावार कम होती है.
बैंगन की एक वर्ष में तीन बार फसल ली जा सकती है. नर्सरी तैयार करने के लिए जून-जुलाई और रोपाई के लिए जुलाई अगस्त अच्छा समय है. बैंगन की फसल को उचित जल निकासी और बलुई दोमट मिट्टी चाहिए. अच्छी फसल के लिए बैंगन की नर्सरी तैयार करने के बाद इसे खेत में भुरभुरी मिट्टी करने के बाद मेड बनाकर रोपना चाहिए और समय समय पर पानी भी देते रहने की आवश्यकता होती है. बैगन की फसल के लिए 25 डिग्री से ज्यादा तापमान नुकसानदायक माना जाता है. इससे ज्यादा तापमान में फूल आने पर स्वतः गिर जाते हैं. इसलिए खेत में नमी रहना अति आवश्यक है. समय समय पर सही तरीके से निराई गुड़ाई और खाद साथ ही खरपतवार नियंत्रण के लिए दवाओं का इस्तेमाल करने से इसमें अच्छी फसल ली जा सकती है. कीटों के लिए विशेष उपचार करना खेत में अत्यंत आवश्यक है. बैंगन लंबा अथवा गोल होता है. गोल सर्दियों के समय काफी फायदेमंद रहता है.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : August 17, 2024, 10:58 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed