वट सावित्री व्रत पर 2 शुभ संयोगकरें इस मुहूर्त में पूजा
वट सावित्री व्रत पर 2 शुभ संयोगकरें इस मुहूर्त में पूजा
Vat Savitri Vrat 2024: काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि इस बार वट सावित्री का व्रत 6 जून को रखा जाएगा. इस दिन धृति योग के साथ शिववास योग का निर्माण हो रहा है. जो इस व्रत के प्रभाव को दोगुना कर देगा.
अभिषेक जायसवाल/वाराणसी: हर साल ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को वट सावित्री का व्रत रखा जाता है. सुहागिन स्त्रियां अपने पति के लंबी आयु की कामना से यह व्रत रखती है .धार्मिक मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से नव विवाहित दम्पति को संतान की प्राप्ति भी होती है. इसके अलावा घर में सुख-शांति और समृद्धि भी बनी रहती है. इस बार वट सावित्री व्रत पर ग्रहों का भी अद्भुत संयोग बन रहा है.
काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि इस बार वट सावित्री का व्रत 6 जून को रखा जाएगा. इस दिन धृति योग के साथ शिववास योग का निर्माण हो रहा है. जो इस व्रत के प्रभाव को दोगुना कर देगा.
घर में आएगी सुख-समृद्धि
पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ अमावस्या के दिन शाम 6 बजकर 7 मिनट तक शिववास योग रहेगा. इस समय में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा से घर में ऐश्वर्य का वास होगा और सुख-समृद्धि भी बनी रहेगी.
कब बनेगा धृति योग?
पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि इसके अलावा इस दिन धृति योग भी बन रहा है.वैदिक पंचांग के मुताबिक, 6 जून को रात 10 बजकर 8 मिनट से धृति योग की शुरुआत होगी. धार्मिक मान्यता है कि इस योग में पूजा और साधना से पति की आयु दीर्घायु होती है और अखंड सौभाग्य का वर प्राप्त होता है.
Tags: Dharma Aastha, Local18, Religion 18, Uttar Pradesh News Hindi, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : May 30, 2024, 15:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed