कुश्ती अखाड़े संगीत मंच तक पूरनचंद वडाली ने सूफी गायकी को दिया एक नया मुकाम
कुश्ती अखाड़े संगीत मंच तक पूरनचंद वडाली ने सूफी गायकी को दिया एक नया मुकाम
Amrit Ratna: पूरनचंद वडाली एक मशहूर सूफी गायक हैं. उनके भाई प्यारेलाल वडाली के साथ उनकी जोड़ी को वडाली बंधु कहा जाता है. प्यारेलाल वडाली के निधन के बाद पूरनचंद वडाली के बेट लखविंदर वडाली उनके साथ जोड़ी जमाते हैं. इनको न्यूज18 के अमृत रत्न सम्मान के लिए चुना गया है.
Amrit Ratna Honour. पूरनचंद वडाली और प्यारेलाल वडाली पूरी दुनिया में वडाली बंधु के नाम से मशहूर रहे हैं. पंजाब के अमृतसर जिले में दोनों में से छोटे भाई प्यारेलाल वडाली का 4 मार्च 2018 को 75 साल की आयु में फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट, अमृतसर में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. सूफी संतों के संदेशों को गाने वाले संगीतकारों की पांचवीं पीढ़ी में जन्में वडाली भाइयों ने सूफी गायक बनने से पहले सबसे अप्रत्याशित व्यवसायों में हाथ आजमाया. बड़े भाई पूरनचंद वडाली 25 साल तक अखाड़े में नियमित रूप से उतरते रहे, जबकि प्यारेलाल ने गांव की रासलीला में कृष्ण की भूमिका निभाकर परिवार की मामूली आय में योगदान दिया.
उनके पिता ठाकुर दास वडाली ने पूरनचंद को संगीत सीखने के लिए मजबूर किया. पूरनचंद ने पटियाला घराने के उस्ताद बड़े गुलाम अली खान जैसे मशहूर उस्तादों से संगीत सीखा. प्यारेलाल को उनके बड़े भाई ने प्रशिक्षित किया, जिन्हें वे अपनी मृत्यु तक अपना गुरु और मार्गदर्शक मानते रहे. अपने गांव के बाहर उनका पहला संगीत प्रदर्शन जालंधर के हरबल्लभ मंदिर में हुआ था. 1975 में, यह जोड़ी हरबल्लभ संगीत सम्मेलन में प्रदर्शन करने के लिए जालंधर गई थी, लेकिन उन्हें गाने की अनुमति नहीं दी गई क्योंकि उनकी उपस्थिति उचित नहीं थी. निराश होकर, उन्होंने हरबल्लभ मंदिर में संगीत प्रस्तुत करने का फैसला किया. जहां ऑल इंडिया रेडियो, जालंधर के एक अधिकारी ने उन्हें देखा और उनका पहला गाना रिकॉर्ड किया.
वडाली बंधु गुरबानी, गजल और भजन संगीत की विधाओं में गाते रहे थे. 2003 में, उन्होंने बॉलीवुड में प्रवेश किया., जहां उन्होंने संगीत निर्देशक और लेखक गुलज़ार के भावपूर्ण गीतों को अपनी अनूठी शैली में पिंजर फ़िल्म में गाया. उन्होंने धूप फ़िल्म में एक गाना भी गाया. पूरनचंद वडाली के बेट लखविंदर वडाली अब उनके साथ जोड़ी जमाते हैं. लखविंदर वडाली ने खुलासा किया कि प्यारेलाल वडाली की मौत के बाद लोगों ने उन्हें और उनके पिता पूरनचंद वडाली को गाने के लिए बुलाना बंद कर दिया.
Amrit Ratna Award: सोनल मानसिंह, जिन्होंने विदेशों में भी लहराया भारतीय नृत्य और संगीत का परचम
अब गायक लखविंदर वडाली उनके पिता पूरनचंद के साथ न्यूज18 के अमृत रत्न सम्मान के लिए चुना गया है. अब बाप-बेटे दोनों मिलकर दुनिया भर में संगीत कार्यक्रमों में शामिल होते हैं, ताकि उनके संगीत समूह और घराने की परंपरा को जीवित रखा जा सके. उन्होंने कहा कि कुछ समय तक हमें कार्यक्रमों में भी नहीं बुलाया जाता था. आखिरकार जब हमने साथ में ज़्यादा परफ़ॉर्म करना शुरू किया, तो ज़्यादा लोगों ने हमें देखा, उन्हें लगा कि यह भी अच्छा हो सकता है. और हम दोनों के बीच भी केमिस्ट्री हो सकती है.
Tags: Amrit Ratna, Amrit Ratna HonourFIRST PUBLISHED : December 1, 2024, 18:52 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed