Opinion: पीएम नरेंद्र मोदी की फ्लैगशिप गर्वमेंट ई-मार्केट प्लेस (GeM) बनी गेम चेंजर
Opinion: पीएम नरेंद्र मोदी की फ्लैगशिप गर्वमेंट ई-मार्केट प्लेस (GeM) बनी गेम चेंजर
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने स्वदेशी उत्पादों और उद्योगों को प्रोत्साहन देने के साथ-साथ वोकल फॉर लोकल पर अपना फोकस रखा है. इससे स्थानीय उत्पादों और उद्योगों को बड़े पैमाने पर रोजगार करने के अवसर मिले हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री पद का कार्यकाल संभालने के बाद से ही स्वदेशी उत्पादों और उद्योगों को प्रोत्साहन देने के साथ-साथ वोकल फॉर लोकल को अपना फोकस रखा है. इससे एक ओर जहां स्थानीय उत्पादों और उद्योगों को बड़े पैमाने पर रोजगार करने के अवसर मिले, वहीं इससे MSME, सेल्फ हेल्प ग्रुप और महिला उद्यमियों को उनके उत्पाद के लिए बड़ा बाजार मिलने का मार्ग प्रशस्त हुआ.
सफलता के नए कीर्तिमान बना रहा है GeM
GeM से इस वित्तीय वर्ष में खरीद में एक नया रिकार्ड बनाया है. अब तक 1 लाख करोड़ से अधिक की खरीद हो चुकी है और इसके वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक 1.80 लाख करोड़ पंहुचने की संभावना है. GeM के सीईओ पी के सिंह के मुताबिक ये भारत में अमेजन और फ्लिपकार्ट से बड़ा ई-कामर्स प्लेटफार्म बन गया है. इस पोर्टल पर आज 63 हजार से अधिक सरकारी बॉयर संगठन है और 54 लाख से अधिक विक्रेता और सर्विस प्रोवाइडर हैं. पांच वर्ष के भीतर ही जीईएम विश्व में सबसे बड़े सरकारी ई खरीद प्लेटफॉर्म में से एक बन गया है.
GeM की शुरूआत
सरकारी खरीददारों के लिए एक खुला और पारदर्शी खरीद प्लेटफार्म बनाने के क्रम में, मोदी सरकार ने 9 अगस्त, 2016 को गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (जीईएम) की शुरूआत की थी. वर्तमान में, प्लेटफ़ॉर्म सभी सरकारी खरीददारों द्वारा की जाने वाली खरीद के लिए खुले है. केंद्रीय और राज्य मंत्रालय, विभाग, सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम, स्वायत्त संस्थान, स्थानीय निकाय आदि अपनी जरुरत की खरीद इस पोर्टल से कर सकते हैं.
GeM पोर्टल की सफलता के पीछे पीएम मोदी का विजन
पीएम मोदी ने 6 मई,2022 को जीतो कनेक्ट सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि- सरकारी व्यवस्थाओं में कैसे पारदर्शिता आ रही है, इसका एक उत्तम उदाहरण हमारी सरकारी खरीद की प्रक्रिया है. जब से Govt e-Marketplace यानी GeM पोर्टल अस्तित्व में आया है, सारी खरीद एक प्लेटफॉर्म पर सबके सामने होती है. अब दूर-दराज के गांव के लोग, छोटे दुकानदार और सेल्फ हेल्प ग्रुप, स्वयं सहायता समूह सीधे सरकार को अपना प्रोडक्ट बेच सकते हैं. और यहां ऐसे लोग हैं, जिनके DNA में व्यापार है. कुछ न कुछ व्यापार की प्रवृत्ति करते रहना, ये आपके स्वभाव में और संस्कार में है.
40 लाख से अधिक व्यापारियों GeM पोर्टल पर जुडे़
आज GeM पोर्टल पर 40 लाख से अधिक सेलर जुड़ चुके हैं. जिनको अपना प्रोडक्ट बेचना है, ऐसे 40 लाख लोग उस पर रजिस्ट्री करवा चुके हैं. और मुझे खुशी इस बात की है कि इनमें से अधिकतम MSME हैं, छोटे कारोबारी हैं, उद्यमी हैं. हमारी महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप की बहनें हैं. और आपको ये जानकर के अच्छा लगेगा कि इसमें भी 10 लाख सेलर तो सिर्फ पिछले 5 महीने में ही जुड़े हैं. ये दिखाता है कि इस नई व्यवस्था पर लोगों का भरोसा कितना बढ़ रहा है. ये दिखाता है कि जब सरकार में इच्छाशक्ति होती है, और जनता जर्नादन का साथ होता है, सबका प्रयास की भावना प्रबल होती है, तो बदलाव को कोई रोक नहीं सकता है, बदलाव संभव होता है. और वो बदलाव आज हम देख भी रहे हैं, अनुभव भी कर रहे हैं.
जीईएम पोर्टल की सफलता इस बात की परिचायक है कि अगर उचित लक्ष्य और योजनाबद्ध रुप से किसी कार्य की नींव रखी जाए तो उसमे सफलता सुनिश्चित होती है. पीएम मोदी ने जीईएम पोर्टल की सफलता से एक बार फिर ये साबित कर दिया है.
(डिस्क्लेमर: ये लेखक के निजी विचार हैं. लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता/सटीकता के प्रति लेखक स्वयं जवाबदेह है. इसके लिए up24x7news.comHindi किसी भी तरह से उत्तरदायी नहीं है.)
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Tags: Pm narendra modiFIRST PUBLISHED : December 01, 2022, 16:38 IST