राजनीति में 1 लाख फ्रेश वैकेंसियां! PM मोदी ने सेट कर दिया यह क्राइटेरिया
राजनीति में 1 लाख फ्रेश वैकेंसियां! PM मोदी ने सेट कर दिया यह क्राइटेरिया
पीएम मोदी ने शनिवार को संसद में संविधान पर चर्चा करते हुए बड़ा ऐलान कर दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस ऐलान के बाद एक लाख वैसे युवाओं को रोजगार मिल सकता है, जिसके परिवार का कोई भी सदस्य राजनीति में नहीं है. पढ़ें यह रिपोर्ट...
नई दिल्ली. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संविधान पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए जोरदार तरीके से विपक्षी नेताओं के हर सवाल का जवाब दिया. पीएम मोदी ने कई मुद्दों पर खुलकर बात की. खासकर, राजनीति में परिवारवाद को लेकर कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला. पीएम मोदी ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी, राजीवल गांधी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर वाणों के कई तीर छोड़े. पीएम मोदी ने कहा है कि मेरा लक्ष्य है कि मैं राजनीति में एक लाख नए लोगों को लाऊंगा. लेकिन, युवाओं की राजनीति में लाने से पहले एक शर्त भी रख दी.
पीएम मोदी ने कहा, ‘देश में कांग्रेस की सरकार और खासकर एक परिवार ने संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. वह परिवार संविधान की बात करता है, जिसने राजनीति में कुविचार और कुनीति की परंपरा को निरंतर कायम रखा. हर बार इस परिवार ने संविधान को खुली चुनौती दी. पिछड़ों से भी पिछड़ा व्यक्ति को संविधान आगे बढ़ने का अवसर देता है, लेकिन कांग्रेस की सरकारों ने ऐसा नहीं होने दिया. मेरी कोशिश है कि अब भौगोलिक रूप से भारत का कोई भी हिस्सा पीछे नहीं रहना चाहिए.
राजनीति में फ्रेश ब्लड की जरूरत-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, नेहरु जी ने संविधान के साथ खिलवाड़ शुरू किया, इंदिरा जी ने उसे आगे बढ़ाया, राजीव जी ने उसमें खाद पानी डाला और अगली पीढ़ी भी उस परंपरा को आगे बढा रही है. एक पीढ़ी ने मेरे से पूर्व प्रधानमंत्री के ऊपर एक पद बना दिया, जिसने कोई शपथ ही नहीं लिया. उसकी अगली पीढ़ी ने कैबिनेट के निर्णय को पत्रकारों के सामने फाड़ दिया.
संविधान पर चर्चा के दौरान परिवारवाद पर पीएम का हमला
पीएम मोदी ने कहा कि वे लोग संविधान की बात करते हैं, जिनमें से एक अहंकारी व्यक्ति ने कैबिनेट के निर्णय को फाड़ दिया कि कैबिनेट अपना फैसला बदल दे, ये कौन सी व्यवस्था है? मैं जो कुछ कह रहा हूं वो सब बाते संविधान की ही कर रहा हूं. पीएम मोदी ने कहा आने वाला दशक में हमारे लोकतंत्र और राजनीति की दिशा क्या होनी चाहिए इसका फैसला करना चाहिए. सच्चे सेकुलरिज्म को लेकर हमें मंथन करना चाहिए. मैं सभी दलों से पूछना चाहता हूं और ये मेरे मन का विचार है. क्या इस देश में योग्य व्यक्ति को राजनीति में अवसर मिलना चाहिए कि नहीं मिलना चाहिए? जिनके परिवार में कोई राजनीति में नहीं है क्या उनके लिए दरवाजे बंद हो जाने चाहिए?’
एक लाख नौजवानों को राजनीति में लाएंगे-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र के स्प्रीट को परिवारवाद ने गहरा नुकसान किया है कि नहीं किया है? क्या परिवारवाद की जकड़न से मेरा अभियान चलाना संविधान की जिम्मेदारी है कि नहीं? इसलिए सबको समानता का अघिकार मिलना चाहिए कि नहीं मिलना चाहिए? परिवारवाद की धूरी ही सबकुछ परिवार के लिए होता है. देश के नौजवान को आकर्षित करने के लिए और लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए युवाओं को आगे आने के लिए हम सभी राजनीतिक दलों को प्रयास करना चाहिए. सभी राजनीतिक दलों को फ्रेश ब्लड को राजनीति में लाने की हमसब की जिम्मेदारी है. इसलिए मैंने लाल किले से कहा था कि एक लाख ऐसे नौजवानों को देश की राजनीति में लाना है. जिनका कोई परिवार का बैकग्राउंड राजनीतिक परिवार से नहीं है. इसलिए देश को एक फ्रेश एयर की जरूरत है. देश को नई ऊर्जा की जरूरत है.’
Tags: Indian politics, Indian youths, PM Modi, Pm narendra modiFIRST PUBLISHED : December 15, 2024, 07:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed