डॉक्टर इंजीनियर क्यों नहीं बनीं विनेश फोगाट कैसे बन गईं पहलवान
डॉक्टर इंजीनियर क्यों नहीं बनीं विनेश फोगाट कैसे बन गईं पहलवान
Vinesh Phogat: पेरिस ओलंपिक 2024 चल रहा है. आज सबकी निगाहें जिस लड़की पर टिकी हैं, वह हैं भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट. आमतौर पर बच्चे 10वीं, 12वीं से ही डॉक्टर, इंजीनियर बनने का ख्वाब देखने लगते हैं. ऐसे विनेश फोगाट पहलवान कैसे बन गईं?
Vinesh Phogat: विनेश फोगाट आज देश को गोल्ड मेडल दिलाने के लिए खेलने वाली हैं, जिसके बाद से उनकी चर्चा जोरों पर है, हालांकि किस्मत कितना साथ देती है, यह तो वक्त बताएगा, लेकिन फिलहाल पूरे देश की निगाहें विनेश फोगाट पर टिकी हुई हैं. तो आइए जानते हैं विनेश फोगाट ने कहां से पढ़ाई लिखाई की और कैसे पहलवान बन गईं?
हरियाणा में जन्मीं हैं फोगाट
पहलवानी की दुनिया में नाम रौशन करने वाली विनेश फोगाट का जन्म हरियाणा के भिवानी में हुआ. उनका जन्मदिन 25 अगस्त को आने वाला है. उनकी डेट ऑफ बर्थ 25 अगस्त 1994 है. जैसा कि हरियाणा में हर तरफ पहलवानी का माहौल दिखता है, वैसे ही विनेश फोगाट का जन्म भी जिस परिवार में हुआ वह भी कुश्ती से जुड़ा था.
कहां हुई पढ़ाई लिखाई
आमतौर पर जैसे दूसरे बच्चे स्कूल शिक्षा लेते हैं वैसे ही विनेश फोगाट ने भी अपनी प्रारंभिक शिक्षा झोझू कलां के केसीएम सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पूरी की. इसके बाद उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में एडमिशन लिया और यहां से उन्होंने स्नातक की डिग्री पूरी की.
क्यों नहीं बनीं डॉक्टर इंजीनियर
अब सवाल यह उठता है कि पढ़ाई लिखाई में रुचि होने के बाद भी विनेश फोगाट आम लड़कियों की तरह डॉक्टर इंजीनियर क्यों नहीं बनीं. विनेश फोगाट का परिवार शुरू से ही पहलवानी से जुड़ा हुआ है और उनके चाचा राष्ट्रीय स्तर के पहलवान रहे हैं. उनके चाचा महावीर सिंह फोगाट कुश्ती के जाने माने कोच हैं. महावीर सिंह फोगाट को द्रोणाचार्य पुरस्कार भी मिला है. दरअसल, घर परिवार में सबको कुश्ती करता देख विनेश फोगाट का इंटरेस्ट भी पहलवानी में बढ़ता चला गया और वह अपने चाचा से कुश्ती का हुनर सीखती रहीं. बचपन से ही वह पहलवानी करने लगीं, हालांकि यह इतना आसान भी नहीं था, क्योंकि लड़कियों को लेकर कई पाबंदियां थीं. उसके बाद भी विनेश फोगाट ने डॉक्टर इंजीनियर न बनकर पहलवान बनने का ही निर्णय लिया और सफलता हासिल की.
नाम किए कई रिकॉर्ड
पहलवानी में करियर बनाने उतरीं विनेश फोगाट ने एक के बाद एक कई रिकॉर्ड अपने नाम किए. विनेश ने कुश्ती प्रतियोगिता में कई उपलब्धियां हासिल कीं. विनेश फोगाट तीन बार (2016, 2017, 2018) राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता रहीं, हालांकि वर्ष 2016 रियो ओलंपिक के दौरान घुटने में लगी गंभीर चोट के कारण वह कई महीनों तक खेल से बाहर रहीं, लेकिन जल्द ही उन्होंने वापसी कर ली. वर्ष 2018 में उन्होंने एशियाई खेलों में भी स्वर्ण पदक जीते. वर्ष 2019 में विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक विजेता बनीं. विनेश ने दो बार एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक भी जीता है.
Tags: 2024 paris olympics, Education, Education news, Olympic Games, Vinesh phogatFIRST PUBLISHED : August 7, 2024, 12:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed