कोरोना संक्रमितों को 118 गुना ज्यादा मौत का खतरा स्टडी में चौंकाने वाले खुलासेः रिपोर्ट

कोरोना वायरस से ठीक होने वाले लोग दुष्प्रभाव के शिकार हो सकते हैं. ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि एक स्टडी में यह बात सामने आई है. लंदन की क्वींस मैरी यूनिवर्सिटी में एक स्टडी में कोरोना के बाद होने वाले दुष्प्रभावों को लेकर हैरान कर देने वाली जानकारी सामने आई है.

कोरोना संक्रमितों को 118 गुना ज्यादा मौत का खतरा स्टडी में चौंकाने वाले खुलासेः रिपोर्ट
हाइलाइट्सलंदन की क्वींस मैरी यूनिवर्सिटी में कोरोना के बाद होने वाले दुष्प्रभावों को लेकर स्टडी की गई.स्टडी में पता चला है कि कोरोना संक्रमितों में ब्लड क्लॉटिंग के अधिक चांस हैं.स्टडी में गैर संक्रमितों के मुकाबले संक्रमितों में दिल का दौरा पड़ने का अधिक चांस. नई दिल्ली. कोरोना वायरस से ठीक होने वाले लोग दुष्प्रभाव के शिकार हो सकते हैं. ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि एक स्टडी में यह बात सामने आई है. लंदन की क्वींस मैरी यूनिवर्सिटी में एक स्टडी में कोरोना के बाद होने वाले दुष्प्रभावों को लेकर हैरान कर देने वाली जानकारी सामने आई है. स्टडी के मुताबिक कोरोना से संक्रमित हो चुके लोगों में ब्लड क्लॉटिंग और दिल से संबंधित बीमारियां होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक गैर-संक्रमितों की तुलना में संक्रमितों में मौत की खतरा भी बढ़ जाता है. स्टडी के दौरान लंदन के 54 हजार से अधिक संक्रमित और गैर-संक्रमित लोगों पर रिसर्च किया गया था. स्टडी में सामने आया कि ऐसे कोरोना मरीज, जो अस्पताल में भर्ती नहीं हुए, उनमें गैर-संक्रमितों की तुलना में ब्लड क्लॉटिंग का खतरा 2.7 गुना ज्यादा रहता है. इसके अलावा ऐसे मरीजों में मौत का खतरा भी गैर-संक्रमितों के मुकाबले 10.2 गुना ज्यादा पाया गया. 27.6 गुना ब्लड क्लॉटिंग का खतरा इसके अलावा स्टडी में यह भी पाया गया है कि जो लोग कोरोना संक्रमित हुए थे, उनमें दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ा जाता है. इसके अलावा जिन लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ी थी, उनमें ब्लड क्लॉटिंग का खतरा ज्यादा रहता है. अस्पताल में भर्ती हुए मरीजों में गैर संक्रमितों की तुलना में ब्लड क्लॉटिंग का 27.6 गुना, हार्ट फ्लेयोर का 21.6 गुना, हार्ट स्ट्रोक का 17.5 और कार्डिक अर्थिमिया का 10 गुना खतरा ज्यादा रहता है. 118 गुना ज्यादा मौत का खतरा इसके अलावा गैर संक्रमितों के मुकाबले मौत का खतरा 118 गुना ज्यादा रहता है. स्टडी में इस बात का भी खुलासा है कि कोरोना से संक्रमित होने के 30 दिन के अंदर ब्लड क्लॉटिंग और हार्ट संबंधित बीमारी का खतरा सबसे ज्यादा रहता है. वहीं कैलिफोर्निया के Smidt Heart Institute ने भी दुष्प्रभाव पर एक स्टडी की है. स्टडी में यह बात सामने आई है कि कोरोना के चलते हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा बढ़ा है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: CoronavirusFIRST PUBLISHED : October 26, 2022, 22:07 IST