चंपई सोरेन: बिना आग के धुआं उठा तो फिर झारखंड पॉलिटिक्स में क्यों मची है खलबली
चंपई सोरेन: बिना आग के धुआं उठा तो फिर झारखंड पॉलिटिक्स में क्यों मची है खलबली
Jharkhand Politics: कहते हैं जहां धुआं होता है, वहीं आग भी होती है. विधानसभा चुनाव से पहले एक ऐसे ही सियासी धुएं की चर्चा चारों तरफ है. हम बात कर रहे हैं चंपाई सोरेन की. बीजेपी में उनके तार जुड़ने की खबरें महज अफवाह है या फिर इसमें कोई आग भी है.
हाइलाइट्स चंपई सोरेन का फोन स्विच ऑफ और बयानों से कन्फ्यूजन से झारखंड में मची खलबली. चंपाई सोरेन को लेकर झारखंड में सियासी हलचल जारी, बीजेपी-जेएमएम आमने-सामने.
रांची. झारखंड के सियासत में इन दिनों एक तूफान मचा हुआ है. चर्चा से उठे इस तूफान का नाम है चंपाई सोरेन. मीडिया में चर्चा से लेकर सियासी गलियारे तक में यह खबर फैली कि कोल्हान के टाइगर बीजेपी के संपर्क में हैं. दरअसल, इसके पीछे एक बड़ा आधार चंपाई सोरेन को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाने के तरीके को भी बनाया गया. दावा तो यहां तक किया गया कि संथाल की लड़ाई का मुकाबला अब बीजेपी कोल्हान के हथियार से लड़ेगी. जो लोग चंपाई के बीजेपी से तार जुड़े होने की खबरों को सकारात्मक ले रहे थे वे उनकी नाराजगी को बड़ी वजह मान रहे थे.
दरअसल, चंपाई सोरेन ने कई राजनीतिक मंचों से अपनी नाराजगी को इशारों में जाहिर भी किया है. हालांकि इसी बीच बीजेपी विधायक सीपी सिंह का इशारों में दिया गया यह बयान कि राजनीति में कौन किधर जायेगा, इसकी गारंटी नहीं दी जा सकती. उन्होंने यह भी कहा कि चंपाई सोरेन के बीजेपी से संपर्क होने की जानकारी काफी चर्चा में है. सीपी सिंह ने कहा कि आज की राजनीति में कोई भी यह दावा नहीं कर सकता कि वह पार्टी छोड़कर नहीं जा सकता.
चंपई सोरेन के बयान को समझिये
वहीं. चंपई सोरेन के कुछ बयानों ने जो कन्फ्यूजन क्रियेट कर दिया था उसको लेकर उनसे सवाल पूछे गए. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन सरायकेला जिले के गाजिया बराज उद्घाटन के दौरान चंपई सोरेन बीजेपी में शामिल होने की खबरों पर कुछ भी बोलने से पहले तो इनकार किया. लेकिन, मीडिया कर्मियों ने जब उनसे कहा कि आप दिल्ली जाने वाले हैं, तो उन्होंने इस खबर पर कहा कि मैं आपके पास खड़ा हूं. आप ही समझ जाइए.
जेएमएम ने बीजेपी पर बोला हमला
अब उनके दिये इस बयान को लेकर जेएमएम ने इसके पीछे बीजेपी आईटी सेल का दिमाग बताया. जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि चंपाई सोरेन ने पार्टी को सींचने का काम किया है और वह कभी भी पार्टी को छोड़कर नहीं जा सकते. उन्होंने कहा कि यह पार्टी के अंदर मतभेद और गलतफहमी पैदा करने की कोशिश है. पार्टी प्रवक्ता मनोज पांडेय ने चंपाई सोरेन को पार्टी का अभिभावक बताया.
राजनीति के जानकार क्या कहते हैं
हालांकि, पॉलिटिकल एक्सपर्ट बैद्यनाथ मिश्रा यह मानते हैं कि राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं. इसके पीछे चंपाई सोरेन के दिल में छिपी पीड़ा का तर्क दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि चंपाई अगर बीजेपी में आते हैं तो पार्टी उन्हें मुख्यमंत्री तो नहीं बनाने वाली, क्योंकि बीजेपी के पास अपना मुख्यमंत्री कैंडिडेट है. लेकिन, चंपाई अपनी पीड़ा और दर्द जाहिर तो जरूर करेंगे. वहीं, कांग्रेस विधायक दल के नेता रामेश्वर उरांव ने कहा कि यह संभव नहीं है. ऐसी अफवाहें उड़ाकर चंपाई सोरेन को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.
Tags: Jharkhand news, Jharkhand Politics, Ranchi newsFIRST PUBLISHED : August 17, 2024, 17:22 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed