महाराष्ट्र संकट: कल फ्लोर टेस्ट न हो इसके लिए शिवसेना के वकील सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में दी क्या दलीलें जानें

Maharashtra Political crisis: सुप्रीम कोर्ट में महाराष्ट्र के राज्यपाल द्वारा 30 जून को फ्लोर टेस्ट कराने के आदेश के खिलाफ सुनवाई में शिवसेना की ओर से वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा है कि ऐसे समय में जब कोर्ट में विधायकों की अयोग्या का मामला पहले से ही लंबित है, उसमें फ्लोर टेस्ट कराया जाना उचित नहीं है.

महाराष्ट्र संकट: कल फ्लोर टेस्ट न हो इसके लिए शिवसेना के वकील सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में दी क्या दलीलें जानें
नई दिल्ली. महाराष्ट्र में सियासी घमासान के बीच महाराष्ट्र के राज्यपाल ने 30 जून को फ्लोर टेस्ट के लिए तारीख मुकर्रर कर दी है. राज्यपाल के इस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना ने चुनौती दी. शिवसेना की ओर से वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कई दलीलें दी ताकि कल होने वाला फ्लोर टेस्ट हर हाल में रूक जाए. सिंघवी ने कोर्ट में कहा, एक तरफ कुछ विधायकों की अयोग्यता का मामले पर सुप्रीम कोर्ट में 11 जुलाई को सुनवाई होनी है तो दूसरी ओर राज्यपाल इतनी जल्दी फ्लोर टेस्ट का आदेश दे रहे हैं. अगर ये विधायक अयोग्य हो गए तो फ्लोर टेस्ट का क्या मतलब रह जाएगा. 11 जुलाई तक टाला जाए फ्लोर टेस्ट अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना की ओर से पेश हुए वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, अगर अयोग्यता को 11 जुलाई तक के लिए टाला गया है तो फ्लोर टेस्ट को भी टाला जाए. सुप्रीम कोर्ट में अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा इतने कम समय में शक्ति परीक्षण कराने का राज्यपाल का आदेश चीजों को गलत तरीके या गलत क्रम से कराने जैसा है. 34 विधायकों का पत्र सत्यापित नहीं हुआ उन्होंने यह भी तर्क दिया कि 34 शिव सेना के विधायक का लेटर वेरिफाई नही हुआ है. उस लेटर की सत्यता का पता नहीं है. क्या उनको किसी ने मजबूर किया ऐसा लेटर लिखने को, इसके लिए गवर्नर ने वेरिफाई नही किया. एक हफ्ते बाद बताया कि लेटर आया है. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा लेकिन हम कैसे गवर्नर के विवेक पर सवाल उठा सकते है. उनका सेटिस्फेक्शन होगा. जो भी सत्य है वो सदन के पटल पर साबित होगा. राज्यपाल को सीएम की सलाह पर काम करना चाहिए सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, गवर्नर को सीएम के सलाह पर काम करना चाहिए. लेकिन वे विपक्ष के नेता की सलाह पर काम कर रहे हैं. नेता विपक्ष उनसे शाम को मिलते हैं और दूसरे दिन लेटर आ जाता है कि एक दिन में फ्लोर टेस्ट है. गवर्नर ने हमे अपने लेटर में लिखा है की 7 निर्दलीय विधायक और विपक्ष ने गवर्नर को लेटर दिया है. साथ ही शिव सेना के 34 विधायकों ने पार्टी पर असंतोष जताते हुए राज्यपाल को लेटर लिखा है. सिंघवी ने दलील दी कि जिन विधायकों ने पाला बदल लिया है वे जनता की इच्छा को प्रदर्शित नहीं करते हैं और कल शक्ति परीक्षण नहीं हुआ तो कोई आपदा नहीं आ जाएगी. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: BJP, Congress, Eknath Shinde, Maharashtra, NCP, ShivsenaFIRST PUBLISHED : June 29, 2022, 18:21 IST