आदित्य को जिताने में चाचा राज ठाकरे ने की बड़ी मदद मगर बेटे अमित को

Maharashtra Election Result: महाराष्ट्र में ठाकरे परिवार से दो युवराज चुनावी मैदान में उतरे थे. इनमें से एक ने बाजी बार ली जबकि दूसरे की राह अटक गई. मजेदार बात यह है कि जिसने बाजी मारी है वो भी कट्टर विरोधी चाचा राज ठाकरे की बदौलत मारी है.

आदित्य को जिताने में चाचा राज ठाकरे ने की बड़ी मदद मगर बेटे अमित को
Maharashtra Election Result: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे चौकाने वाले हैं. महायुती की एकतरफा जीत में कई दिग्गज हार गए हैं. महाविकास अघाड़ी को मात्र 58 सीटें मिल रही हैं. उसमें भी कांग्रेस को 15, शिवसेना को 27 और एनसीपी शरद गुट को 11 सीटों पर जीत मिलती दिख रही है. इस चुनाव में कई ‘युवराज’ भी मैदान में थे. सबसे बड़ा नाम मनसे प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे के हैं. आदित्य ठाकरे वर्ली सीट से मैदान में थे, जबकि अमित ठाकरे मुंबई की माहिम से चुनाव लड़ रहे थे. आदित्य ठाकरे वर्ली से जीत गए हैं जबकि अमित माहिम में हार गए हैं. लेकिन, आदित्य ठाकरे की इस जीत चाचा राज ठाकरे की बड़ी भूमिका है. अगर राज ठाकरे नहीं होते तो आदित्य ठाकरे इस बार विधानसभा नहीं पहुंच पाते. दरअसल, आदित्य ठाकरे वर्ली सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला था. शिवसेना शिंदे गुट ने मिलिंद मुरली देवड़ा को इस सीट से उतारा था. आदित्य ठाकरे को 60,606 वोट मिले जबकि मिलिंद देवड़ा को 52,198 वोट मिले. मात्र 8408 वोटों से आदित्य को जीत मिली है. चाचा राज ठाकरे की भूमिका अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें चाचा राज ठाकरे की क्या भूमिका है. दरअसल, राज ठाकरे ने अपनी पार्टी से संदीप देशपांडे को यहां से मैदान में उतारा था. देशपांड को 18858 वोट मिले हैं. देशपांड कहीं न कहीं महाविकास अघाड़ी विरोधी वोटों को बांटने का काम किया. अगर एमवीए विरोधी वोटों का बंटवारा नहीं हुआ होता तो आदित्य ठाकरे के लिए मुश्किल पैदा हो जाती है. यानी आखिरकार चाचा ने आदित्य को विधानसभा जाने का रास्ता खोल दिया. हालांकि राज ठाकरे अपने बेटे अमित ठाकरे को विधानसभा नहीं भेज पाए. अमित मुंबई की माहिम सीट से चुनाव मैदान में थे. भाजपा ने उनको समर्थन भी दिया था. लेकिन, शिवसेना शिंदे गुट के साथ बात नहीं बनी और सदा सर्वांगकर मैदान में उतर गए. माहिम से शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के महेश बलिराम सांवत विजयी हुए हैं. वह मात्र 1080 वोटों से विजयी हुए. अगर राज ठाकरे शिवसेना शिंदे गुट के उम्मीदवार को मैनेज कर लिए होते तो यहां से अमित ठाकरे निकल सकते थे. लेकिन, ऐसा नहीं हुआ. फिर भी उनकी मदद से उनका भतीजा आदित्य ठाकरे विधानसभा पहुंच गए हैं. Tags: Raj thackeray, Shiv sena, Uddhav thackerayFIRST PUBLISHED : November 23, 2024, 15:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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