क्या ट्विन टॉवर डिमोलिशन के बाद आंखों में जलन और सांस लेने में हो रही दिक्कत जानें डॉक्टर की सलाह

Noida Twin Towers Demolition Health Impact: ट्विन टॉवर ध्वस्त होने के बाद धूल और धुंआ की वजह से हवा काफी प्रदूषित हो गई है. इसकी वजह से लोगों को स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं. इससे बचने के टिप्स जान लेते हैं.

क्या ट्विन टॉवर डिमोलिशन के बाद आंखों में जलन और सांस लेने में हो रही दिक्कत जानें डॉक्टर की सलाह
हाइलाइट्सट्विन टॉवर डिमोलिशन से होने वाले प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर 72 घंटों तक रहेगा.सीवियर कोविड-19 से उबरने वाले लोगों के लिए यह प्रदूषण घातक साबित हो सकता है. Noida Twin Towers Demolition: नोएडा में ट्विन टॉवर डिमोलिशन के बाद हवा प्रदूषित हो गई है. up24x7news.com की रिपोर्ट के मुताबिक डिमोलिशन की वजह से आसपास की सोसाइटी में रहने वाले कुछ लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जानकारों ने पहले ही आशंका जताई थी कि टॉवर ध्वस्त होने के बाद धूल का गुबार उठेगा, जिससे लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है. जो लोग अस्थमा या सांस से जुड़ी अन्य बीमारियों से जूझ रहे हैं, उनके लिए खतरा सबसे ज्यादा बताया जा रहा है. एक्सपर्ट से जानेंगे कि लोगों को इन परेशानियों से बचने के लिए कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए. इसके अलावा किस उम्र के लोगों को इससे सबसे ज्यादा खतरा है. क्या बोले एक्सपर्ट? नई दिल्ली के मूलचंद हॉस्पिटल के पल्मनोलॉजिस्ट डॉ. भगवान मंत्री के मुताबिक ट्विन टॉवर ध्वस्त होने के बाद हवा में धूल, धुंआ और अन्य प्रदूषक तत्व मिल गए हैं. सांस लेने के दौरान ये तत्व फेफड़ों में चले जाते हैं, जिसकी वजह से अचानक से सांस लेने में दिक्कत होने लगती है. जो लोग अस्थमा या सांस से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे हैं, उन्हें इससे एक्यूट ब्रोंकाइटिस या एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है. स्वस्थ लोगों को भी प्रदूषण की वजह से एलर्जिक रिएक्शन का खतरा होता है. इसका असर आंखों पर भी देखने को मिलता है और जलन होने लगती है. यह भी पढ़ेंः दुनिया में बीमारियां फैलने की सबसे बड़ी वजह आई सामने, हर किसी पर खतरा ! लोग परेशानियां होने पर क्या करें? डॉ. भगवान मंत्री कहते हैं कि अगर आपको सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो घर से बाहर न निकलें. बाहर जाते वक्त मास्क या गीला कपड़े से मुंह और नाक को अच्छी तरह कवर कर लें. हल्के फुल्के लक्षण अपने आप ठीक हो जाएंगे, लेकिन दिक्कत ज्यादा हो रही है तो चिकित्सक से संपर्क करें. अस्थमा के मरीजों को डॉक्टर से मिलकर अपनी दवाइयों को बढ़वा लेना चाहिए. इसके अलावा दवा लेने में लापरवाही बिल्कुल नहीं बरतनी चाहिए. आंखों की जलन को दूर करने के लिए साफ पानी से धोएं और एक्सपर्ट की सलाह के बाद आई ड्रॉप इस्तेमाल करें. यह भी पढ़ेंः कम उम्र के लोगों को इन 7 वजहों से हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा इस उम्र के लोगों को सबसे ज्यादा खतरा डॉक्टर के मुताबिक 14 साल से कम उम्र के बच्चों और 60 साल से ज्यादा के लोगों को इस प्रदूषण से बीमार होने का ज्यादा खतरा है. जो लोग पहले से ही सांस की बीमारियों से जूझ रहे हैं, उन्हें भी खतरा अन्य लोगों की अपेक्षा कई गुना ज्यादा है. इसके अलावा जो लोग सीवियर कोविड-19 से उबरे हैं, उन लोगों को सबसे ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. पल्मनोलॉजिस्ट के अनुसार ट्विन टॉवर डिमोलिशन से होने वाला प्रदूषण 24-72 घंटों तक खतरनाक कंडीशन में रहेगा. इसके बाद धीरे-धीरे यह कम होना शुरू हो जाएगा. हालांकि इसे पूरी तरह साफ होने में एक महीने का वक्त भी लग सकता है. करीब एक सप्ताह तक सबसे ज्यादा खतरा रहेगा. प्रदूषण से बचने के टिप्स टॉवर डिमोलिशन वाले एरिया में जानें से बचें मास्क लगाकर बाहर निकालें घर में एयर फिल्टर लगा लें घरों के दरवाजे-खिड़कियां बंद रखें आंखों को साफ पानी से धोते रहें परेशानी होने पर डॉक्टर से संपर्क करें ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Health, Lifestyle, Supertech twin tower, Trending newsFIRST PUBLISHED : August 29, 2022, 12:35 IST