अपने दम पर बना आईएएस आरक्षण से नहीं ली नौकरी अपने पूरे खानदान में मैं

IAS Abhishek singh puja khedkar story: महाराष्ट्र कैडर की आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के बाद यूपी कैडर के आईएएस रहे अभिषेक सिंह चर्चा में आ गए हैं. हाल ही में उन्‍होंने पूजा खेडकर विवाद के बाद एक वीडियो पोस्‍ट किया था, जिसके बाद कुछ यूजर्स ने उनके सेलेक्‍शन को लेकर भी सवाल उठा दिए थे.

अपने दम पर बना आईएएस आरक्षण से नहीं ली नौकरी अपने पूरे खानदान में मैं
IAS Abhishek singh puja khedkar story: महाराष्ट्र कैडर की आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के चर्चा में आने के बाद अब यूपी के एक पूर्व आईएएस अधिकारी चर्चा में आ गए हैं. दरअसल पूजा खेडकर विवाद सामने आने के बाद यूपी के एक पूर्व आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह ने सोशल मीडिया पर यूपीएससी परीक्षा की पारदर्शिता के संबंध में एक वीडियो पोस्‍ट किया था, जिस पर कुछ लोगों ने उनके सर्टिफिकेट को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए. जिसके बाद अभिषेक सिंह ने इसका जमकर जवाब दिया. इस दौरान उन्‍होंने कहा कि वह अपने दम पर आईएएस बने, किसी आरक्षण का सहारा नहीं लिया और वह अपने पूरे खानदान में इकलौते आईएएस अधिकारी बने थे. पूरे खानदान में इकलौता आईएएस यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी रहे अभिषेक सिंह ने सोशल मीडिया पोस्‍ट में बताया है कि उनके पिताजी एक आईपीएस IPS अधिकारी थे. और वह बहुत ही गरीब परिवेश से निकलकर सबसे पहले पीपीएस अधिकारी बने. बाद में आईपीएस के रूप में प्रमोट हुए थे. इसलिए उन पर यह आरोप लगाना कि उन्‍हें अपने पिता के आईपीएस होने का लाभ मिला सरासर गलत है. उन्‍होंने आगे कहा कि उनकी एक बहन और एक भाई भी है. इन दोनों ने भी यूपीएससी की तैयारी करी लेकिन सेलेक्‍शन नहीं हो सका. यही नहीं अभिषेक ने आगे लिखा है कि उनके अलावा उनके 7 और कजिन्‍स भाई बहन ने भी यूपीएससी के लिए प्रयास किए और कई अभी भी कर रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी का भी सेलेक्‍शन नहीं हो सका है. वह अपने पूरे खानदान में इकलौते आईएएस अधिकारी के रूप में चयनित हुए हैं. आरक्षण के दम पर नहीं बना आईएएस अभिषेक सिंह ने अपनी सफाई में कहा कि उनकी कास्‍ट को लेकर भी सवाल उठाए गए, लेकिन जीवन में जो कुछ भी हासिल किया. वह अपने दम पर किया है, आरक्षण के दम पर नहीं. उन्‍होंने आगे लिखा है कि देश की सर्वोच्च सेवा में सेलेक्शन लेना, उसमें निर्भीक निडर बिना किसी का दबाव माने ईमानदारी से कार्य करना, और अपनी मर्ज़ी से उसे छोड़ दोबारा शून्य से शुरुआत करना. जब भविष्य अंधकार में छुपा हो तब भी उसमें सूरज ढूंढने का हौसला लिए, आंखों में अनगिनत सपने लिए, अपने दम पर आगे बढ़ जाना, साहब इसके लिए चट्टान का कलेजा चाहिए. अभिषेक ने लिखा है कि आपको ये भी बता दूं कि UPSC में कोई डोमिसाइल सर्टिफिकेट नहीं लगता. जिसने भी UPSC दिया है, उसको पता होगा. इसलिए उनके बारे में ये फर्जी प्रॉपगैंडा बंद करें, जिसको जो भी पूछना है मैं जवाब देने के लिए तैयार हूं. वह आरक्षण के पक्ष में आवाज उठाते रहे और आगे भी उठाते रहेंगे. उन्‍होंने यह भी लिखा है कि आरक्षण को लेकर वह आंदोलन भी शुरू करेंगे. चर्चित अधिकारी रहे हैं अभिषेक सिंह अभिषेक सिंह यूपी के जौनपुर के रहने वाले हैं और वह अपने कार्यकाल के दौरान भी काफी चर्चा में रहे. पिछले साल ही उन्‍होंने आईएएस के पद से इस्‍तीफा दे दिया और अब वह सामाजिक और राजनीतिक रूप से सक्रिय हैं. गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान वह प्रेक्षक की भूमिका में थे, तब उन्‍होंने भी सरकारी गाडी के साथ एक तस्‍वीर सोशल मीडिया पर पोस्‍ट कर दिया था, जिसके बाद काफी बवाल मच गया था. अंत में उन्‍हें प्रेक्षक के पद से हटा दिया गया था. अभिषेक सिंह पिछले दिनों सनी लियोनी के साथ एक डांस एलबम को लेकर भी काफी चर्चा में रहे. Tags: IAS exam, IAS Officer, UPSC, Upsc exam, UPSC Exams, Upsc result, UPSC resultsFIRST PUBLISHED : July 16, 2024, 12:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed