सूखे और हरे चारे की समस्या से हैं परेशानकरें गाय की इस नस्ल का पालन

यह गाय 1 साल में 275 दिन दुग्ध उत्पादन करने में सक्षम है.रेड कंधारी गाय छोटे किसानों के लिए बहुत लाभकारी गाय है, क्योंकि इसके देखभाल में ज्यादा लागत नहीं आता है और इसे खिलाने के लिए हमेशा हरे चारे की जरूरत भी नहीं पड़ती है.

सूखे और हरे चारे की समस्या से हैं परेशानकरें गाय की इस नस्ल का पालन
रायबरेली. हमारे देश की 80% आबादी खेती पर ही निर्भर है. लोग खेती के साथ ही अपनी आय बढ़ाने के लिए पशुपालन का काम भी कर रहे हैं. किसान बकरी ,मुर्गी, सूअर पालन के साथ ही गाय, भैंस का पालन करके अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. गाय पालन धीरे-धीरे ग्रामीण भारत के साथ ही शहरी क्षेत्रों में बिजनेस का रूप ले रहा है. अब किसान के अलावा पढ़े-लिखे युवा भी गाय पालन में रुचि ले रहे हैं. देश में आपको हजारों की संख्या में पढ़े-लिखे युवा मिल जाएंगे, जो अच्छी-खासी नौकरी छोड़ कर गाय पालन की ओर रुख कर रहे हैं. इससे उन्हें अच्छी कमाई हो रही है. लेकिन कुछ लोगों को गाय पालन में नुकसान भी उठाना पड़ रहा है, इसका मुख्य कारण ज्ञान और तकनीक की कमी है. लोगों को ज्यादा दूध देने वाली गाय की नस्लों की जानकारी नहीं है. आज हम आपको गाय की एक खास नस्ल के बारे में बताने जा रहे हैं. जिसका पालन करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. दरअसल हम बात कर रहे हैं गाय की देसी नस्ल रेड कंधारी के बारे में. जो दुग्ध उत्पादन के मामले में उन्नत नस्ल की गाय मानी जाती है तो आइए पशु विशेषज्ञ से जानते हैं गाय की खास नस्ल के बारे में. 275 दिन दुग्ध उत्पादन करने में सक्षम रायबरेली जिले के राजकीय पशु चिकित्सालय शिवगढ़ के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. इंद्रजीत वर्मा (एमवीएससी वेटरिनरी) बताते हैं कि रेड कंधारी गाय भारत की एक दुधारू नस्ल की गाय मानी जाती है. जो भारत में मुख्य रूप से कर्नाटक ,महाराष्ट्र में पाई जाती है. रेड कंधार नस्ल की गाय किसानों के लिए हीरे की खान से कम नहीं है. रेड कंधारी गाय प्रतिदिन 1.5 से 4 लीटर दूध देने की क्षमता रखती है. यह गाय 1 साल में 275 दिन दुग्ध उत्पादन करने में सक्षम है.रेड कंधारी गाय छोटे किसानों के लिए बहुत लाभकारी गाय है, क्योंकि इसके देखभाल में ज्यादा लागत नहीं आता है और इसे खिलाने के लिए हमेशा हरे चारे की जरूरत भी नहीं पड़ती है इतनी है कीमत लोकल 18 से बात करते हुए डॉक्टर इंद्रजीत वर्मा बताते हैं की रेड कंधारी गाय की लंबाई लगभग 128 सेमी माथा चौड़ा, कान लंबे और मध्यम आकार के और सींग घुमावदार होते हैं. वहीं रेड कंधारी बैल की लंबाई 138 सेमी होती है. साथ ही यह प्रति ब्यांत लगभग 600 किलोग्राम तक दूध देती है. इस गाय की एक खासियत यह भी है कि यह किसी भी वातावरण में आसानी से रह लेती है. वहीं अगर इसकी कीमत की बात करें तो इस गाय की कीमत 30 हजार रुपए तक होती है. इस गाय का पालन करके किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. Tags: Agriculture, Local18, Rae Bareli News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : August 3, 2024, 14:49 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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