महाराष्ट्र में सत्ता की लड़ाई बालासाहेब के नाम पर पहुंची असली शिवसेना कौन इस बात पर भिड़े उद्धव-शिंदे गुट
महाराष्ट्र में सत्ता की लड़ाई बालासाहेब के नाम पर पहुंची असली शिवसेना कौन इस बात पर भिड़े उद्धव-शिंदे गुट
Maharashtra Political Crisis: एकनाथ शिंदे और अन्य बागी विधायक असम के गुवाहाटी शहर में डेरा डाले हुए हैं जिनकी बगावत से उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र की महा विकास आघाडी सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं.
मुंबई. महाराष्ट्र में चल रहे सियासी कलह के बीच बालासाहेब ठाकरे के नाम पर शिवसेना के दोनों गुट आमने-सामने आ गए हैं. दरअसल, बागी विधायकों के गुट ने कहा है कि वे अपने धड़े का नाम ‘शिवसेना बालासाहेब’ रखने पर विचार कर रहे हैं, जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री और शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे का कहना है कि कोई भी उनके पिता का नाम इस्तेमाल नहीं कर सकता. आपको बता दें कि शिवसेना पार्टी की स्थापना बालासाहेब ठाकरे ने साल 1966 में की थी और अब पार्टी के दो गुट (एक उद्धव ठाकरे और दूसरा एकनाथ शिंदे का) अपने ही संस्थापक के नाम के इस्तेमाल को लेकर एक-दूसरे से भिड़ रहे हैं.
शिवसेना के असंतुष्ट विधायक दीपक केसरकर ने शनिवार को गुवाहाटी से एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने शिवसेना नहीं छोड़ी है, लेकिन अपने समूह का नाम शिवसेना (बालासाहेब) रखा है. केसरकर ने कहा, ‘हमने अपने समूह का नाम शिवसेना (बालासाहेब) रखने का फैसला किया है क्योंकि हम उनकी (बाल ठाकरे की) विचारधारा में विश्वास करते हैं.’ पार्टी संस्थापक बाल ठाकरे के नाम का अन्य समूहों द्वारा इस्तेमाल किए जाने को लेकर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट की आपत्ति के बारे में पूछे जाने पर केसरकर ने कहा, ‘हम इस पर विचार करेंगे.’
दूसरी ओर, शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने शनिवार को एक प्रस्ताव पारित किया, जिसके मुताबिक कोई अन्य राजनीतिक संगठन शिवसेना और इसके संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे के नाम का उपयोग नहीं कर सकता है. पार्टी सांसद संजय राउत ने कहा, “कार्यकारिणी ने फैसला किया कि शिवसेना बाल ठाकरे की है तथा हिंदुत्व और मराठी गौरव की उनकी उग्र विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. शिवसेना इस रास्ते से कभी नहीं हटेगी.”
दोनों ही गुट खुद को बता रहे बालासाहेब ठाकरे का भक्त और सच्चा शिवसैनिक
दोनों ही गुट अपने को सच्चा शिवसैनिक और बालासाहेब का पक्का सारथी बताने में लगे हैं. बागी विधायकों की अगुवाई कर रहे एकनाथ शिंदे ने कुछ दिनों पहले एक बयान भी दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था, “मुझे बागी कहा जा रहा है जो गलत है. हम बालासाहेब ठाकरे के भक्त और सच्चे शिवसैनिक हैं.” एकनाथ शिंदे ने इस बारे में एक ट्वीट भी किया, जिसमें उन्होंने लिखा, ‘हम बालासाहेब के पक्के शिवसैनिक हैं. सत्ता के लिए कभी धोखा नहीं दिया और न कभी देंगे.’ लेकिन इसी बयान पर पलटवार करते हुए बालासाहेब के बेटे और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘बालठाकरे के समय में शिवसेना जैसी थी, अब भी वैसी ही है.’
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Tags: Shiv sena, Uddhav thackerayFIRST PUBLISHED : June 25, 2022, 17:45 IST