बाबा सिद्धीकी हत्याकांड के पीछे कौन लोग थे? कैसे शूटर्स भर्ती किए गए? कैसे रेकी हुई? किसने इन शूटर्स की पहचान करवाई? किस तरह 26 लोगों की टीम बनाई गई? हर एक प्लान डिकोड हो गया है. आप जानकर हैरान होंगे कि बिल्कुल मल्टी नेशनल कंपनी की तरह एक से एक कड़ी जोड़ी गई और कहीं चूक न हो जाए, इसके लिए भी बकायदा जासूस लगाए गए थे. बाबा सिद्धीकी के कत्ल में कहीं कोई कमी न रह जाए, इसका पूरा बंदोबस्त किया गया था.
न्यूज18इंडिया की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट के मुताबिक, बाबा सिद्धीकी की हत्या करने के लिए गुजरात के साबरमती जेल से लॉरेश बिश्नोई ने स्पेशल 26 बनाई थी. पहले शूटर्स के इंटरव्यू लिए गए. अमेरिका में बैठकर लॉरेंस के भाई अनमोल, रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ ने शूटर्स के ऑनलाइन इंटरव्यू लिए और उन्हें भर्ती किया. स्पेशल 26 में पंजाब से 4 लड़के, महाराष्ट्र से 14 लड़के, यूपी से 6 लड़के और राजस्थान-हरियाणा से 1-1 लड़के रखे गए. फिर सभी शूटर्स को टास्क दिया गया. सिग्नल एप पर सभी को बाबा सिद्दीकी की फोटो भेजी गई.
कैसे कराई पहचान
शूटर्स को बाबा सिद्धीकी की पहचान महाराष्ट्र की राजनीति के एक कद्दावर नेता के रूप में कराई गई. बताया गया है कि वो माया नगरी मुंबई यानी बॉलीवुड के एक प्रभावशाली शख्स हैं. उनकी करोड़ों की अकूत सम्पति है. बॉलीवुड में कई दिग्गज उनके दोस्त हैं और उनके कई बिल्डरों के साथ बेहद गहरे रिश्ते हैं. बॉलीवुड के भाई जान यानी सलमान खान के वे बेहद करीबी हैं.
कहां से जुटाए शूटर्स
स्पेशल 26 में शूटर्स और गुर्गे पंजाब, यूपी, राजस्थान, महाराष्ट्र, हरियाणा से भर्ती किए गए. स्पेशल 26 के लिए एक मोटा बजट रखा गया. यानी करोड़ों की अकूत प्रॉपर्टी के मालिक सलमान खान के जिगरी दोस्त एक पॉलिटिशियन बाबा सिद्धीकी की हत्या करने के लिए एक कीमत फिक्स की गई. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह रकम भी करोड़ रुपये के आसपास थी. अनमोल ने महाराष्ट्र के गुर्गों का इंतजाम किया. गोल्डी बराड़ ने पंजाब के गुर्गों का और रोहित गोदारा ने यूपी और राजस्थान हरियाणा के गुर्गों का इंतजाम किया.
किसने दिए पैसे
पुलिस के मुताबिक, ऑपरेशन 26 का कमांडिग अफसर लॉरेंश क्राइम कंपनी का छोटा डॉन यानी अनमोल बिश्नोई ही था. फंड्स के लिए अनमोल ने ही सारा जिम्मा संभाला. शूटर्स के रुकने खाने-पीने और ट्रैवल का खर्चा उसने खुद उठाया. टोकन मनी और ऑपरेशन 26 के बाद दिए जाने वाला इनाम भी वही देने वाला था. यह लाखों रुपये था. अत्याधुनिक हथियारों का इंतजाम और उन्हें शूटर्स तक पहुंचाने की जिम्मेदारी अनमोल बिश्नोई के कंधे पर ही थी.
मुख्य शूटर्स कौन थे?
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गुरमैल सिंह को मुख्य शूटर के रूप में चुना गया है. सुजीत सिंह, आकाश गिल, जीशान अख्तर ने शूटर्स को हथियार मुहैया करवाए. ये चारों पंजाब के रहने वाले हैं. शिव कुमार गौतम, धर्मराज कश्यप, अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश, आकाश श्रीवास्तव, अखिलेख प्रताप सिंह को शूट करने की जिम्मेदारी दी गई. ये सभी 6 उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं.
कौन करता था अनमोल से बात
महाराष्ट्र से जिन 14 शूटर्स को चुना गया था, उनमें आदित्य राजू गुलनकर, रफ़ीक नायक शेख, प्रवीण लोनकर, रूपेश माहोले, गौरव विलास अपुने, राम कनोजिया, हरीश कुमार निसाद, नितिन गौतम स्प्रे, संभाजी किशन परिधि, प्रदीप दत्ता, चेतन दिलीप , शुभम लोनकर शामिल थे. शुभम सीधे अनमोल से बात करता था. भगवंत से राजस्थान और अमित कुमार हरियाणा से सलेक्ट किया गया था.
जानबूझकर चुना दशहरे का दिन
आप इस स्पेशल 26 से ही अंदाजा लगा सकते हैं कि कैसे एक प्री प्लानिंग के तहत ऑपरेशन बाबा सिद्दीकी को अंजाम दिया गया. जानबूझकर दशहरे के दिन को चुना गया और चुनौती देते हुए पुलिस और बाबा सिद्दीकी की निजी सुरक्षा को धता बताते हुए इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया. बाबा सिद्धीकी हत्याकांड को अंजाम दिलवा कर जाहिर तौर पर लॉरेंश क्राइम कंपनी में अनमोल बिश्नोई का कद काफी बढ़ गया है.
Tags: Gangster Lawrence Vishnoi, Lawrence Bishnoi, Mumbai Crime NewsFIRST PUBLISHED : November 18, 2024, 19:16 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed