निर्मल कुमार राजपूत/मथुरा: राधा रानी को प्रसन्न करना है तो आपके पास बहुत बड़ा मौका है. राधा अष्टमी के दिन पूजा-पाठ करते वक्त कुछ बातों का ख्याल रखें. इससे आपकी जिंदगी में परेशानी कम होगी. कृपा बनी रहेगी. छोटी-छोटी बातों पर होने वाली टेंशन से छुटकारा मिलेगा. आइए जानते हैं राधा अष्टमी पर कैसे पूजा करें.
राधा रानी की सेवा का नियम
राधा रानी की सेवा नियम के अनुसार करेंगे तो आपको धन और वैभव की कमी नहीं होगी. राधा रानी मंदिर के सेवायत पुजारी गौरांग शर्मा ने राधा रानी की सेवा के बारे में जानकारी देते हुए बताया की लाडली जी भाव की भूखी हैं. जिस भाव में लाडली की सेवा करेंगे, राधा रानी उसी प्रकार से आपको फल देती है. लाडली की सेवा के नियम और उनकी पूजा की दिनचर्या बहुत ही सरल है.
राधा अष्टमी पर क्या जरूर करें
लाडली जी को नित्य स्नान करवाएं. नए-नए वस्त्र उन्हें धारण करवाएं. रबड़ी, मालपुआ, माखन-मिश्री, मोहनभोग, तुलसी पत्र, पंचामृत, पंजीरी, खीर, हलवा, पूरी और चना भोग लगाएं. राधा-कृष्ण और लड्डू गोपाल जी का गंगाजल और पंचामृत से अभिषेक करना. राधा रानी का विधिवत श्रृंगार करें.
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इन बातों का जरूर रखें ध्यान
राधा रानी के भजन गाने चाहिए. राधा-कृष्ण जी की प्रतिमा को पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी और गंगा जल) से स्नान कराएं. राधा रानी और कृष्ण जी को धूप, दीप, फूल आदि अर्पित करना. सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करना और स्वच्छ वस्त्र पहनना. हाथ में थोड़ा सा जल लेकर व्रत का संकल्प करना और वह जल अपने आस-पास छिड़क देना. मंदिर को स्वच्छ करना और एक चौकी पर पीले रंग का कपड़ा बिछाना.
Tags: Dharma Aastha, Local18FIRST PUBLISHED : September 7, 2024, 08:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed