यूपी बिहार नहीं इन पांच राज्यों का सबसे कठिन है 10वीं 12वीं बोर्ड एग्जाम

Toughest Board Exam: क्या आपको पता है देश के किस राज्या की 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षा सबसे कठिन है? इतना समझ लीजिए कि यूपी बिहार नहीं हैं. सबसे कठिन प्रश्न पत्र तैयार करने वाले बोर्ड की रिपोर्ट एनसीईआरटी की इकाई परख ने तैयार की है.

यूपी बिहार नहीं इन पांच राज्यों का सबसे कठिन है 10वीं 12वीं बोर्ड एग्जाम
Toughest Board Exam: किस , राज्य की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा सबसे टफ होती है? यह सवाल आपके जेहन में कभी न कभी जरूत आया होगा. इसका जवाब एनसीईआरटी की इकाई PARAKH ने दिया है. परख की रिपोर्ट के अनुसार त्रिपुरा, महाराष्ट्र, गोवा, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल बोर्ड 10वीं और 12वीं के पेपर अन्य के मुकाबले कठिन होते हैं. परख ने यह निष्कर्ष 17 स्कूल एजुकेशन बोर्ड के इंग्लिश और मैथमेटिक्स सब्जेक्ट के पेपर का एनालिसिस करके निकाला है. केंद्र सरकार ने परख के माध्यम से अपनी तरह का पहला एनालिसिसस कराया है. जिसका मकसद देश के स्कूल बोर्डों द्वारा किए जाने वाले मूल्यांकन के मानकीकरण के लिए एक फॉर्मूला विकसित करना है. इसका रिजल्ट हाल ही में परख की रिपोर्ट ‘बोर्डों में समानता स्थापित करना’ में सार्वजनिक किया गया. परख ने अपनी रिपोर्ट में कठिन और आसान उत्तर क्या हैं, इसका भी जवाब दिया है. किसे मानें आसान और कठिन प्रश्न? परख के अनुसार आसान प्रश्न वे हैं, जिनका उत्तर प्रासंगिक शिक्षण अवसरों से अवगत अधिकांश छात्रों से सही ढंग से देने की अपेक्षा की जाती है. जबकि कठिन प्रश्न वे हैं, जिनका उत्तर बहुत कम संख्या में छात्र ही दे पाते हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि गोवा बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में सिर्फ कठिन और मीडियम लेवल (55.34%) के ही प्रश्न पूछे गए थे. परख ने अपने एनालिसिस में पाया कि त्रिपुरा, महाराष्ट्र, गोवा, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल बोर्ड के 10वीं और 12वीं के छात्रों को अन्य राज्य बोर्ड की अपेक्षा कठिन प्रश्नों का सामना करना पड़ता है. गोवा बोर्ड के पेपर में सबसे अधिक कठिन प्रश्न रिपोर्ट के अनुसार, त्रिपुरा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में कठिन प्रश्नों का अनुपात सबसे अधिक (66.6%) था. इसके बाद महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (53.57%), गोवा बोर्ड (44.66%), छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (44.44%) और पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (33.33%) का स्थान था. परख ने जिन 17 बोर्ड की परीक्षाओं का एनालिसिस किया उसमें पंजाब, हरियाणा, यूपी, आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात, मणिपुर, ओडिशा, नागालैंड, हिमाचल और केरल शामिल हैं. इसके अलावा CISCE का भी एनालिसिस किया गया. जो ICSE और ISC परीक्षा आयोजित करता है. परख ने पाया कि ज्यादातर प्रश्न आसान से मध्यम कठिनाई स्तर के थे. कहा गया है कि इसके कई कारण हो सकते हैं, लेकिन इससे छात्रों को उच्च स्तर हासिल करने में मदद नहीं मिलती. इसलिए, बोर्डों को सलाह दी जानी चाहिए कि वे ऐसे पेपर तैयार करें, जो छात्रों को रचनात्मक और कल्पनाशी बनने में मदद करें. रिपोर्ट में कहा गया है कि छत्तीसगढ़ के अलावा आसान सवालों का सबसे अधिक प्रतिशत ओडिशा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (40%) में था. इस मामले में नंबर-1 है यूपी बोर्ड एनालिसिस में 17 स्कूल बोर्ड के प्रश्न पत्रों की ‘कॉग्नेटिव डिमांड’ को भी देखा गया. इसमें पाया गया कि हरियाणा बोर्ड के प्रश्न पत्रों में सबसे अधिक (64.71%) ऐसे प्रश्न थे, जो रटने की क्षमता का टेस्ट करते हैं. इसके बाद गोवा (57.89%), हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड (53.13%) और ओडिशा (50.77%) का स्थान था. वहीं, यूपी बोर्ड में (87.76%) सबसे अधिक ऐसे प्रश्न थे जो छात्रों की समझ का टेस्ट लेते हैं. इसके बाद नागालैंड माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (73%), त्रिपुरा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (61.7%) और केरल सार्वजनिक परीक्षा बोर्ड (61.54%) का स्थान आता है. ये भी पढ़ें  Ground Report: मेट्रो स्टेशन से शुरू हो जाता है UPSC कोचिंग का बाजार, हर संस्थान में लगते हैं 20 बैच, सबमें हैं 250-300 स्टूडेंट्स नीट यूजी पास आर्मी के AFMS से करें BSc नर्सिंग, पढ़ाई और रहना-खाना फ्री, कोर्स के बाद सेना में नौकरी की गारंटी Tags: Bihar board exam, Board exams, UP Board ExamFIRST PUBLISHED : July 31, 2024, 15:43 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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