3 साल की ड्राइवरी और चाकरी भूला घर-बार फिर वो किया जो पुलिस भी नहीं कर सकी
3 साल की ड्राइवरी और चाकरी भूला घर-बार फिर वो किया जो पुलिस भी नहीं कर सकी
गुजरात के एक शख्स ने न केवल अपने भाई के हत्यारे को गिरफ्तार करवाया बल्कि एक हत्या को भी रोकने में पुलिस की मदद की. दरअसल, 3 साल पहले हुए अपने भाई की मौत के बाद शख्स ने कथित आरोपी के यहां नौकरी करी, उसकी गाड़ी साफ की और दोस्ती करके उसका विश्वास भी जीता. जैसे ही उसके उस हत्यारे के नेक्सट टारगेट के बारे में उसे पता चला, उसने पुलिस को खबर की.
गुजरात. एक लड़का अपने भाई के हत्यारे को गिरफ्तार करवाने के लिए 3 साल तक संदिग्ध आरोपी की टैक्सी चलाता रहा. यह कहानी बिलकुल फिल्मी नहीं है. यह गुजरात के अहमदाबाद के सणद का बताया जा रहा है. लड़के ने भाई के हत्यारे सिरियल किलर को पकड़वाने के लिए उसका ड्राइवर बना रहा, उसका भरोसा जीता. जैसे ही वह हत्यारा किसी और शख्स की हत्या की साजिश रची उसने पुलिस को खबर देकर अरेस्ट करवाया.
साल 2021 में एक शख्स के भाई की हत्या हुई. उसने हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए उसने हत्या के संदिग्ध नवलसिंह चावड़ा के यहां ड्राइवर की नौकरी कर ली. तीन साल के अथक प्रयास के बाद उसने उसके खिलाफ सबूत इकट्ठा किया. इस दौरान उसने उसके नए शिकार की सबूत लेकर पुलिस के पास पहुंचा. 24 साल के जिगर गोहिल 1 दिसंबर को सरखेज पुलिस स्टेशन में पहुंचे. उसने मौजूद पुलिस से कहा, ‘उसने मेरे भाई सहित चार लोगों को मार डाला, और वह फिर से किसी को मारने वाला है. हमें एक जान बचानी है.’
YouTuber, जादूगर, टैक्सी ऑपरेटर और पोंजी स्कैमर के नाम से फेमस चावड़ा इस बार अभिजीत राजपूत को टरगेट बनाया था. राजपूत साणंद (अहमदाबाद) का एक बिजनेसमैन था. पुलिस ने बताया कि चावड़ा फर्जी तरीके से पैसा कमाता था. वह फर्जी तरीके से पैसे को दोगुना-तिगुना करने के लिए अनुष्ठान रखा था. इस दौरान उसने राजपूत को जहर देने की योजना बनाई थी.
इंस्पेक्टर आर के धूलिया ने खुलासा किया कि जिगर को अगस्त 2021 में शक था कि उसके भाई विवेक की हत्या चावड़ा ने की है. मौत के बारे में संदेह होने के बाद जिगर चावड़ा के खिलाफ तीन साल तक सबूत इकट्ठा करता रहा. पुलिस के अनुसार, विवेक असलाली के कामोद गांव में मृत पाया गया था. शुरू में, असलाली पुलिस का मानना था कि यह एक सड़क दुर्घटना थी. हालांकि, जिगर ने इसे मानने से इनकार कर दिया. खुद ही जांच शुरू कर दी. उसे पता चला कि कि विवेक मरने से पहले कथित तौर पर मारे जाने से ठीक पहले चावड़ा के संपर्क में था.
जिगर ने चावड़ा से दोस्ती की, नाइट शिफ्ट में उसके यहां टैक्सी ड्राइवर की नौकरी कर ली. उसने चावड़ा का इतना भरोसा जीत लिया. धीरे-धीरे विश्वास जीतने के बाद उसे सुनियोजित हत्या के बारे में पता चला. उसे पता चला कि चावड़ा ने कार के स्पेयर टायर में जहर छिपा रखा है. चावड़ा ने कथित तौर पर शराब में इसे मिलाकर राजपूत को पिलाने वाला था.
पुलिस ने बताया, ‘जिगर ने हमें सचेत किया. चावड़ा का डिटेल दिया. जिससे हम राजपूत की जान बचाने में सफल हुए. उसने हमें बताया कि चावड़ा अपने बेटे की क्रिकेट कोचिंग की सुविधा के लिए सात महीने पहले वेजलपुर चले गए थे. तभी चावड़ा ने राजपूत को अपने झांसे में लेना शुरू किया. उसे अतांत्रिक अनुष्ठान के से अपने पैसे चौगुने करने का वादा किया. पुलिस ने चावड़ा को 2 दिसंबर को गिरफ्तार किया.
Tags: Crime News, GujaratFIRST PUBLISHED : December 6, 2024, 12:39 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed