पिथौरागढ़ में एक ICU तक नहीं चला सका स्वास्थ्य महकमा मरीजों को लगानी पड़ रही महानगरों की दौड़

Pithoragarh News: पिथौरागढ़ जिले में आईसीयू सेवा मौजूद होने के बाद भी इसका संचालन न होने से हर रोज मरीजों को बड़े शहरों के अस्पतालों में रेफर किया जाता है. वहीं, जिला अस्पताल के पीएमएस डॉ जेएस नबियाल ने बताया कि आईसीयू चलाने के लिए विशेष स्टाफ की जरूरत होती है, जो जिले में मौजूद नहीं हैं.

पिथौरागढ़ में एक ICU तक नहीं चला सका स्वास्थ्य महकमा मरीजों को लगानी पड़ रही महानगरों की दौड़
रिपोर्ट- हिमांशु जोशी पिथौरागढ़. उत्तराखंड का सीमांत जिला पिथौरागढ़ (Health Services in Pithoragarh) अपनी बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं के लिए हमेशा से ही सुर्खियों में बना रहता है. अभी तक आईसीयू सेवा शुरू न होने से पिथौरागढ़ की जनता में नाराजगी है. जिले में आईसीयू होने के बाद भी इसका संचालन न होने से हर रोज मरीजों को बड़े शहरों के अस्पतालों में रेफर किया जाता है. सीमांत जिले में हंस फाउंडेशन ने चार साल पहले 2.5 करोड़ रुपये की लागत से जिला अस्पताल में आईसीयू का निर्माण किया था, जिससे शहर के लोगों को उम्मीद थी कि अब उन्हें उपचार के लिए महानगरों में नहीं जाना पड़ेगा, लेकिन चार साल बाद भी अभी तक स्टाफ की तैनाती नहीं हो सकी है, जिससे जनता में नाराजगी है. पिथौरागढ़ जिले में 14 अप्रैल, 2018 को तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हंस फाउंडेशन द्वारा स्थापित जिला अस्पताल में आईसीयू का उद्घाटन किया गया था. जिसके बाद कोविड के समय आईसीयू का संचालन किया गया, जिसकी खूब वाहवाही बटोरी गई. हालांकि अब यह आम जनता के लिए सफेद हाथी बना हुआ है और सीमांत की जनता आईसीयू के लिए महानगरों की दौड़ लगा रही है. जिला अस्पताल के पीएमएस के कही ये बात यही नहीं, हंस फाउंडेशन द्वारा जिले में तीन साल तक आईसीयू का संचालन करने की बात भी कही गई थी, जिसका अभी तक कोई पता नहीं है. जिला अस्पताल के पीएमएस डॉ जेएस नबियाल ने बताया कि आईसीयू चलाने के लिए विशेष स्टाफ की जरूरत होती है, जो जिले में मौजूद नहीं हैं. इस समस्या से शासन को अवगत कराने की बात भी पीएमएस द्वारा कही गई है. ऐसा नहीं है कि जिले की आईसीयू सेवा का मुद्दा किसी से छिपा हुआ है. जून महीने में स्वास्थ्य महानिदेशक के पिथौरागढ़ दौरे में भी उन्हें इस समस्या से अवगत कराया गया और पिछले तीन साल से विभाग और जनता लगातार स्टाफ की तैनाती की मांग करती आई है, लेकिन उत्तराखंड का स्वास्थ्य महकमा पहाड़ों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने में हमेशा से नाकाम ही रहा है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: ICU Bed, Pithoragarh district, Pithoragarh hindi newsFIRST PUBLISHED : July 07, 2022, 12:10 IST