कस्टडी में भगवान गणेश! कैदियों की वैन में गणपति फोटो वायरल पर पुलिस की सफाई
कस्टडी में भगवान गणेश! कैदियों की वैन में गणपति फोटो वायरल पर पुलिस की सफाई
सोशल मीडिया साइट X पर गणपति बप्पा की एक तस्वीर वायरल हो रही है. इस तस्वीर में गणेश जी की मूर्ति पुलिस वैन में दिख रही है. इसे लेकर सोशल मीडिया पर काफी बवाल मचा है. पीएम मोदी का भी इसपर रिएक्शन आया है. वहीं, कई भाजपा और विहिप के नेताओं ने नाराजगी जाहिर की है.
बेंगलुरु. विध्नहर्ता प्रभु श्री गणेश की प्रतिमा की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. इसमें वे पुलिस की कैदियों को ले जाने वाली वैन में दिख रहे हैं. मामला कर्नाटक के बेंगलुरु के नागमंगला का है. गणपति की इस तस्वीर पर पीएम मोदी ने भी हरियाणा में चुनाव रैली को संबोधित करते हुए चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस शासित कर्नाटक में गणपति को भी जेल में डाला जा रहा है.’ वहीं, इस तस्वीर को भारतीय जनता पार्टी और विश्व हिंदू परिषद के नेता सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं.
असल में हुआ क्या था?
दरअसल, नागमंगला में गणेश विसर्जन जुलूस पर हमले के खिलाफ बेंगलुरु के टाउन हॉल विरोध हो रहा था. दो समुदायों के बीच झड़प हुई और आगजनी भी हुई. इस हमले की एनआईए से जांच कराने की मांग की जा रही थी. इसी के लिए शहर के टाउन हॉल के पास विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई जा रही थी. हालांकि, पुलिस से अनुमति से न मिलने के बावजूद लोग वहां पहुंचने लगे. सुबह 11.30 बजे तक करीब 20 से 30 लोग पहुंच गए, जो एक घंटे के वहां पर भीतर नारे लगाने लगे. तब पुलिस ने एक्शन लेना शुरू किया.
इस जगह पर प्रदर्शन नहीं कर सकते…
बेंगलुरु में नियम के अनुसार, प्रदर्शनकारियों के लिए परमिटेड जगह फ्रीडम पार्क है. लोकिन, पुलिस को जैसे ही मालूम हुआ कि बिना अनुमति के टाउन हॉल में लोग इकट्ठा हो रहे हैं. तो पुलिस ने उनको हिरासत में लेकर पुलिस वैन में डालना शुरू कर दिया. जिससे अफरातफरी मच गई. वहीं कुछ लोग गणपति की मूर्ति सिर पर लेकर नारेबाजी करने लगे.
न्यूज18 को पुलिस ने क्या बताया?
पुलिस के अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि कुछ अन्य लोग अचानक से विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गए और सिर पर गणेश जी 1.5 फिट की मूर्ति लेकर नारेबाजी करने लगे. वहीं, बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर बी दयानंद ने न्यूज18 को बताया, ‘पुलिस ने पहले ही प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेना शुरू कर दिया और जब उन्हें पता चला कि गणेश की मूर्ति जमीन पर पड़ी है, तो हमारे अधिकारी ने तुरंत मूर्ति को उठाया और सुरक्षित स्थान पर रख दिया.’
गणेश जी बिना देखरेख के कैसे छोड़ सकते हैं
कमिश्नर ने आगे बताया, ‘हम भगवान गणेश को बिना देखरेख के कैसे छोड़ सकते थे? हमारे अधिकारी ने सुनिश्चित किया कि मूर्ति को सुरक्षित तरीके से ले जाया जाए, और चूंकि विसर्जन के लिए ले जाया जाना था, इसलिए विसर्जन स्थानीय पुलिस स्टेशन में पूरे सम्मान और भक्ति के साथ किया गया. वैन के अंदर गणेश की तस्वीर दिखाती है कि हमने मूर्ति की पवित्रता और सम्मान कैसे सुनिश्चित किया, अन्यथा नहीं.’
भाजपा और विहिप के नेताओं ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है. कई नेताओं ने इस पर ट्वीट भी किया है. भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी कड़ी नाराजगी व्यक्त की.
गिरीश भारद्वाज ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि हिंदू त्योहार मनाने पर प्रतिबंध हैं. वे अन्य समुदायों पर भी प्रतिबंध क्यों नहीं लगाते? नागमंगला में आयोजकों पर मामला दर्ज किया गया. शांतिपूर्ण विसर्जन जुलूस का हिस्सा बनने के कारण लाठीचार्ज का सामना करने वालों पर मामला दर्ज किया गया.’
FIRST PUBLISHED : September 15, 2024, 10:49 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed