वो यादव परिवार के आगे नहीं सोच पाते… मायावती का अखिलेश यादव पर पलटवार
वो यादव परिवार के आगे नहीं सोच पाते… मायावती का अखिलेश यादव पर पलटवार
मायावती ने कहा, "यहां मुस्लिम आबादी अच्छी-खासी है लेकिन सपा मुसलमानों को टिकट नहीं देती है. उनके पास अपने परिवार से अलग समय नहीं है और यादवों को सपा परिवार को मैदान में उतारा है. उन्हें तो टिकट देने के लिए परिवार से ही फुर्सत नहीं मिलती है इसलिए सपा परिवार से यादव खड़े होते हैं.' उन्होंने कहा कि जब बसपा ने मुसलमानों को अधिकार दिया तो सपा इसे पचा नहीं पाई और उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय से कहा कि वे इसे याद रखें और केवल बसपा को वोट दें और सपा को एक भी वोट न दें.
नई दिल्ली. बसपा सुप्रीमो मायावती ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव और उनके परिवार पर करारा प्रहार किया. मायावती ने कहा कि सपा कन्नौज से एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं उतारा क्योंकि वह अध्यक्ष अखिलेश यादव के परिवार से आगे नहीं देख सकते. उन्होंने दलितों और मुसलमानों सहित वंचित वर्गों से लोकसभा चुनाव में यादव की पार्टी को एक भी वोट नहीं देने की अपील की. कन्नौज में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बसपा अध्यक्ष मायावती ने याद किया कि कैसे अखिलेश यादव ने अपनी सरकार के दौरान दलित समाज में पैदा हुए महापुरुषों पर नामित जिलों के नाम बदल दिए थे. उन्होंने कहा कि भले ही कन्नौज में मुस्लिम बड़ी संख्या में हैं लेकिन सपा इस समुदाय को टिकट नहीं देती है.
मायावती ने कहा, “यहां मुस्लिम आबादी अच्छी-खासी है लेकिन सपा मुसलमानों को टिकट नहीं देती है. उनके पास अपने परिवार से अलग समय नहीं है और यादवों को सपा परिवार को मैदान में उतारा है. उन्हें तो टिकट देने के लिए परिवार से ही फुर्सत नहीं मिलती है इसलिए सपा परिवार से यादव खड़े होते हैं.” उन्होंने कहा कि जब बसपा ने मुसलमानों को अधिकार दिया तो सपा इसे पचा नहीं पाई और उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय से कहा कि वे इसे याद रखें और केवल बसपा को वोट दें और सपा को एक भी वोट न दें.
मायावती ने कहा कि ‘जब उत्तर प्रदेश में बसपा की सरकार थी तो मैंने बहुत काम किया लेकिन राजनीतिक विरोधियों, खासकर समाजवादी पार्टी को समाज के दबे-कुचले तबके में जन्मे महापुरुषों को सम्मान दिया जाना पसंद नहीं आया. सत्ता में आने के बाद, उन्होंने अपने नाम पर रखे गए अधिकांश जिलों, पार्कों और संस्थानों के नाम बदल दिए. मायावती ने कहा कि जब बसपा सत्ता में थी तो वाराणसी से अलग होकर एक नया जिला भदोही बनाया गया और इसका नाम संत रविदास के नाम पर रखा गया. उसे भी अखिलेश यादव ने बदल दिया
बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा, “. दलित, पीड़ित और पिछड़े वर्ग के संतों, गुरुओं और महापुरुषों के प्रति इतनी नफरत. उन्हें अधिकार किसने दिया? उन्हें दलितों और वंचितों को वोट देने के लिए कहने का क्या अधिकार है?” आपको ऐसी पार्टी को वोट नहीं देना चाहिए और माफ भी नहीं करना चाहिए.” उन्होंने याद दिलाया कि तत्कालीन सपा सरकार ने प्रमोशन में आरक्षण खत्म कर दिया था.
Tags: 2024 Lok Sabha Elections, Akhilesh yadav, BSP Leader Mayawati, Loksabha Election 2024, Loksabha Elections, Mayawati, Samajwadi partyFIRST PUBLISHED : May 9, 2024, 19:36 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed