बेटा हो तो ऐसामां की अंतिम इच्छा को पूरा कर आंखें हुईं नम किया ऐसा काम
बेटा हो तो ऐसामां की अंतिम इच्छा को पूरा कर आंखें हुईं नम किया ऐसा काम
फिरोजाबाद के गणेश नगर में रहने वाले अर्जुन बिज ने लोकल 18 से बातचीत की और कहा की हर बेटे का फर्ज होता है की वह अपनी मां की अंतिम इच्छा को पूरा करे और इसी फर्ज को उसने भी निभाया है
फिरोजाबाद. कहते हैं कि मां बेटे का रिश्ता बड़ा ही निर्मल होता है. एक मां बेटे की हर ख्वाइश पूरी करती है. फिर अंतिम समय में बेटे का भी फर्ज है कि वो अपनी मां की इच्छा को पूरा करे, ऐसा ही कुछ यूपी के फिरोजाबाद में देखने को मिला है, एक मां की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए बेटे ने ऐसा काम कर दिया की हर जगह बेटे की ही चर्चा होने लगी. वो जिंदा होते हुए दूसरे के काम तो आ ही रही थी लेकिन मरने के बाद भी दूसरों के काम आएंगी. बेटे ने भी मां की इस इच्छा को पूरा करने के लिए देह दान कर दी है.
फिरोजाबाद के गणेश नगर में रहने वाले अर्जुन बिज ने लोकल 18 से बातचीत की और कहा की हर बेटे का फर्ज होता है की वह अपनी मां की अंतिम इच्छा को पूरा करे और इसी फर्ज को उसने भी निभाया है. अर्जुन ने बताया कि उनकी मां रीता बिज हमेशा उनसे कहती थी कि उनके मरने के बाद उनके शरीर को दान कर देना जो दूसरों के काम आ सके. वहीं उन्होंने बताया कि काफी समय से उनकी मां बीपी शुगर की बीमारी से भी परेशान थी जिनका इलाज भी करा रहे थे लेकिन वह हमेशा इसी बात को दोहराती रही और हमें याद दिलाती रही कि मरने के बाद उनके शरीर को जलाया ना जाए बल्कि दूसरों को दान दे दिया जाए जिससे कि वह मरने के बाद भी काम आ सके.
मेडिकल कॉलेज को दिया दान
बेटे ने कहा कि मां का देहांत होने के बाद देहदान करने के लिए उन्हें कोई जानकारी नहीं थी. तभी उन्होंने इंटरनेट के माध्यम से कुछ नंबरों पर संपर्क किया लेकिन वहां मना कर दिया गया. जिससे उनकी टेंशन और बढ़ गई लेकिन मां की अंतिम इच्छा को पूरा करना था. इसलिए उन्होंने एक और नंबर पर कॉल लगाया जो फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज की एनाटॉमी विभाग में डॉ सिक्की गर्ग का था. जिनसे बात होने के बाद उन्होंने देहदान की प्रक्रिया को शुरू किया और मेडिकल कॉलेज की टीम को उन्होंने अपनी मां के शरीर को दान के रूप में दे दिया.
मां का प्यार
उनकी बेटी रितु बिज ने बताया कि उनकी फैमिली में तीन बहनें और एक भाई है. भाई सबसे छोटे हैं. इकलौते बेटे होने के कारण मां का लगाव उनसे बहुत था और वहीं अपनी मां को बीमार होने पर हॉस्पिटल ले जाते थे.लेकिन मां की देह को दान करते हुए उनकी आंखें नम थी और खुशी भी थी की वह अपनी मां की अंतिम इच्छा को पूरा कर पा रहे हैं.
फिरोजाबाद के लोगों ने दिखाया बड़ा दिल
फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज एनाटॉमी विभागाध्यक्ष डॉ सिक्की गर्ग ने बताया कि फिरोजाबाद के गणेश नगर में रहने वाले अर्जुन बिज की मां रीता बिज का 68 साल की उम्र में देहांत हो गया, लेकिन उनकी मां की अंतिम इच्छा थी कि उनके शरीर को दान कर दिया जाए. इसी को पूरा करने के लिए उन्होंने मेडिकल कॉलेज से संपर्क किया जिसके बाद उनकी मां की देह को सम्मान पूर्वक मेडिकल कॉलेज लाया गया. उन्होंने बताया कि देहदान से बड़ा कोई दान नहीं होता है. फिरोजाबाद के लोगों ने बड़ा दिल दिखाया है, ऐसा कर पाना हर किसी के लिए संभव नहीं है लेकिन उनके बेटे ने अपनी मां की अंतिम इच्छा को पूरा कर समाज को एक नया संदेश दिया है. अब उनकी मां की देह से मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले 100 से भी ज्यादा स्टूडेंट्स स्टडी करेंगे और फिर यहां से निकलकर देश की सेवा करेंगे.
Tags: Dead body, Local18FIRST PUBLISHED : July 5, 2024, 10:00 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed