लखपति बना देगी इस शक्तिशाली फल की खेती बस इस बात का रखें ख्याल
लखपति बना देगी इस शक्तिशाली फल की खेती बस इस बात का रखें ख्याल
Papaya Farming: कौनसा फल किसानों को सबसे ज्यादा फायदा देता है? इसी बारे में लोकल 18 ने बात की किसान बाबू लाल मौर्य से. उन्होंने बताया कि किसान कैसे पपीते की खेती से लाखों कमा सकता है.
सोनभद्र: पपीते खाने के डॉक्टर बहुत फायदे गिनाते हैं. खाने के साथ-साथ पपीते की खेती भी फायदेमंद होती है. अगर पपीते की खेती के समय एक खास नस्ल को चुनेंगे, तो इस बात की गारंटी है कि मुनाफा अधिक होगा. सोनभद्र के एक किसान तो लंबे समय से पपीते की खेती से ही कमाई कर रहे हैं.
पपीते की कौन-सी नस्ल देगी फायदा
ईस्ट वेस्ट नाम से चर्चित कंपनी में सपना नामक नस्ल के पपीते किसान आजकल खूब उठा रहे हैं. आपको इन पेड़ों पर फल के बजाय फूल लगने की शिकायत नहीं आएगी. इसके अतिरिक्त एक पेड़ में आपको खूब सारा पपीता मिल जाएगा. आमतौर पर पपीते के पेड़ों पर फल उगने का रिस्क रहता है. सपना नामक नस्ल किसानों को खूब फायदा दे रही है. वो लाखों की कमाई कर सकते हैं.
आखिर कैसे होती है पपीते की खेती?
1. लोकल 18 ने बात करते हुए किसान बाबू लाल मौर्य ने बताया कि पपीते की खेती के लिए खेत में ऊंचे मेड़ का निर्माण करना चाहिए.
2. पपीते की खेती करने के लिए पौधे किसी ऊंची क्यारी या गमले या पॉलीथिन बैग में तैयार कर लेने चाहिए.
3. जहां पौधे तैयार हो, वहां बीज की बुवाई से पहले क्यारी को 10 फीसदी फार्मेल्डिहाइड के घोल का छिड़काव कर देना चाहिए.
4. इसके बाद बीज एक सेमी गहरे और 10 सेमी की दूरी पर बोने चाहिए.
कमाई का चांस जाएगा बढ़
बाबूलाल ने बताया कि पपीते की खेती के संबंध में अगर सोचें तो सपना नस्ल इस वक्त सबसे बेहतर मानी जा रही है. अगर ठीक से देखभाल करें तो इसमें घाटा होने का तो सवाल ही नहीं उठता. बल्कि कमाई के चांस अधिक बढ़ जाते है.
बाजार में है तगड़ी मांग
पपीता सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है. यहां तक बीमार होने पर भी डॉक्टर पपीता खाना की सलाह देते हैं. ऐसे में मार्केट में पपीते की खूब मांग है. किसानों को अपनी फसल बेचने में बिल्कुल भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है.
Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : September 19, 2024, 15:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed