किसानों ने नए साल के लिए किया बड़ा ऐलान उधर डल्लेवाल बोले- मुझे किसी ने
किसानों ने नए साल के लिए किया बड़ा ऐलान उधर डल्लेवाल बोले- मुझे किसी ने
Kisan Andolan: किसान अपनी मांगों को लेकर पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर कैंप किए हुए हैं. किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल एक महीने से भी ज्यादा समय से अनशन पर बैठे हुए हैं. इस बीच, किसानों की ओर से बड़ा ऐलान किया गया है.
चंडीगढ़. अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत किसानों ने नए साल के लिए एजेंडा सेट करने का मन बना लिया है. किसान नेताओं ने अगले साल 4 जनवरी 2025 को खनौरी धरनास्थल पर किसान महापंचायत का शनिवार को आह्वान किया है. इससे पहले, संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने 30 दिसंबर को पंजाब बंद का आह्वान किया था. यह कदम ऐसे समय उठाया गया है, जब सुप्रीम कोर्ट ने एक महीने से अधिक समय से अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को अस्पताल नहीं ले जाने के लिए पंजाब सरकार को कड़ी फटकार लगाई है.
SKM (गैर-राजनीतिक) नेता काका सिंह कोटड़ा ने कहा कि 70 साल के किसान डल्लेवाल अनशन पर हैं. उनका अनशन शनिवार को 33वें दिन में प्रवेश कर गया है. कोटड़ा ने खनौरी धरनास्थल पर कहा, ‘हम 4 जनवरी को खनौरी में एक बड़ी किसान महापंचायत करेंगे, जिसमें विभिन्न राज्यों के किसान शामिल होंगे.’ सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को पंजाब सरकार को फटकार लगाते हुए इस बात की भी संभावना जताई कि अन्य किसान नेताओं ने डल्लेवाल को अस्पताल ले जाने की अनुमति नहीं दी होगी. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए डल्लेवाल ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘मैं अनशन पर बैठा हूं. सुप्रीम कोर्ट में यह रिपोर्ट किसने दी और यह भ्रांति किसने फैलाई कि मुझे बंधक बनाकर रखा गया है, ऐसी बात कहां से सामने आई?’ उन्होंने आगे कहा कि इस देश के सात लाख किसान कर्ज के कारण आत्महत्या कर चुके हैं. किसानों को बचाना जरूरी है, इसलिए मैं यहां बैठा हूं, मैं किसी के दबाव में नहीं हूं.’
डल्लेवाल अनशन: पंजाब को 31 दिसंबर तक का समय, सुप्रीम कोर्ट बोला- अस्पताल ले जाने से रोकने वाले शुभचिंतक नहीं
‘हमने सोचा था…’
अपने संदेश में डल्लेवाल ने यह भी कहा कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को एक पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि वह केंद्र को फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी समेत किसानों की मांगों को स्वीकार करने का निर्देश दे. उन्होंने कहा, ‘हमने सोचा था कि शायद सुप्रीम कोर्ट केंद्र को निर्देश देगा.’ उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि कोर्ट ने हस्तक्षेप किया. दूसरी तरफ, किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि डल्लेवाल भी महापंचायत को संबोधित कर सकते हैं. डल्लेवाल ने पहले कहा था कि जब तक सरकार किसानों की मांगें नहीं मान लेती, वह अपना अनशन नहीं तोड़ेंगे.
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस सुधांशु धूलिया की वेकेशन बेंच ने सुनवाई करते हुए पंजाब सरकार को डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती करने के वास्ते राजी करने के लिए 31 दिसंबर तक का समय दिया और स्थिति के अनुसार केंद्र से सहायता मांगने की स्वतंत्रता दी. पंजाब सरकार ने डल्लेवाल को अस्पताल ले जाने में असमर्थता व्यक्त करते हुए कहा कि उसे प्रदर्शनकारी किसानों के प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है, जिन्होंने डल्लेवाल को घेर लिया है और वे उन्हें अस्पताल नहीं ले जाने दे रहे. कोर्ट ने कुछ किसान नेताओं के व्यवहार को भी आश्चर्यजनक और संदिग्ध बताया. इस बीच, पंजाब सरकार के अधिकारियों की एक हाई-लेवल टीम ने फिर डल्लेवाल से मुलाकात की और उनसे अनुरोध किया कि यदि वह अपना अनशन जारी रखना चाहते हैं तो उन्हें इलाज कराना चाहिए. डल्लेवाल ने अब तक इलाज से इनकार किया है और राज्य सरकार ने उनके स्वास्थ्य की चौबीसों घंटे निगरानी के लिए डॉक्टरों की एक टीम गठित की है.
FIRST PUBLISHED : December 28, 2024, 22:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed