दिल्ली में शंख बजते ही बंगले वाला जिन्न निकलाBJP और आप आमने-सामने

Delhi Chunav: दिल्ली चुनाव के ऐलान होते ही एक बार फिर से राजधानी में बंगला पॉलिटिक्स शुरू हो गया है. सीएम आतिशी के बंगले से निकालने वाले बयान पर बीजेपी ने जबरदस्त तरीके से पलटवार किया है.

दिल्ली में शंख बजते ही बंगले वाला जिन्न निकलाBJP और आप आमने-सामने
नई दिल्ली. दिल्ली में विधानसभा चुनाव का ऐलान होते ही बंगला पॉलिटिक्स गर्मा गया है. दिल्ली चुनाव के ऐलान होते ही आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर मुख्यमंत्री आतिशी को उनके सरकारी आवास से बाहर निकालने का आरोप लगा दिया. हालांकि, बीजेपी ने तुरंत ही ‘आप’ के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि सीएम आतिशी को आवास के लिए दो विकल्प दिए गए थे, लेकिन इस पर अब राजनीति शुरू की जा रही है. बता दें कि सीएम आतिशी ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि पिछली रात को बीजेपी की केंद्र सरकार ने 3 महीने में दूसरी बार मुझे मेरे सरकारी सीएम आवास से निकालकर बाहर फेंक दिया. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या सच में आतिशी को 6 फ्लैगस्टाफ रोड स्थित बंगले से निकाला गया है या  फिर वह झूठ बोल रही हैं? बता दें कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद सिविल लाइन स्थित 6 फ्लैगस्टाफ रोड स्थित अपना सरकारी आवास खाली कर दिया था. इस आवास में दिल्ली की नई सीएम आतिशी काफी हंगामा होने के बाद रहने गईं थी. जिसको लेकर उस समय काफी विवाद हुआ था. उनकी एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमें वह अपने सामान के बीच फाइल पर साइन करती हुईं नजर आई थीं. बीजेपी ने कहा है कि सीपीडबल्यूडी ने आतिशी को इस बंगले के आलावा दो और विकल्प दिया था. लेकिन, आतिशी ने उस विकल्प पर विचार नहीं किया. दिल्ली में फिर शुरू हो गया बंगला पॉलिटिक्स अब बीजेपी कह रही है कि यह बंगला दो प्रमुख कारणों से रद्द किया गया है. जिसमें एक कारण है यह है कि आवश्यक समय सीमा के भीतर कब्जा नहीं ली गई. बीजेपी मीडिया सेल के हेड अमित मालवीय ने कहा है कि आतिशी झूठ बोल रही हैं. पहली बात उनको घर से निकाला नहीं गया. दूसरा, अभी तक वह शीशमहल में प्रवेश नहीं किया, जो 11 अक्टूबर 2024 को उन्हें आवंटित किया गया था. आतिशी के पास पहले से ही 17 एबी मथुरा रोड पर एक आधिकारिक आवास है. इसके आलावा उनको दो और आलीशान बंगले दिए गए. बीजेपी ने दिया यह तर्क अमित मालवीय ने कहा कि शीशमहल रद्द करने के दो कारण हैं. पहला, निर्धारित सीमा के भीतर इस बंगला का आवंटन नहीं लिया गया. दूसरा, क्योंकि इस बंगले को लेकर सीबीआई और ईडी की जांच चल रही है तो ऐसे में यह ईडी के जांच के दायरे में है. साथ ही कैग रिपोर्ट में भी इस बंगले में भ्रष्टाचार की पुष्टि हुई है. ऐसे में उन्होंने जानबूझकर घर का कब्जा नहीं लिया ताकि घर बंद रहे और जांच एजेंसियों को भटकाते रहें. बंगले पर कितने करोड़ खर्च हुए? बता दें कि इस बंगले को लेकर पहले भी काफी ड्रामा हो चुका है. बीजेपी इस बंगले के बहाने अरविंद केजरीवाल पर लगातार आरोप लगा रही थी. बीजेपी ने आरोप लगाया था, ‘केजरीवाल ने अपने शीशमहल में 44 करोड़ 78 लाख रुपये सिर्फ रोनेवेशन में ही खर्च कर दिए. वुडन फ्लोर और वुडन डोर पर 11 करोड़ 30 लाख रुपये, एक-एक टॉयलेट पर एक-एक लाख रुपये. 15 बाथरूमों में से दो बाथरूमों में लगे स्मार्ट कमोड सीट तकरीबन 9 लाख रुपये खर्च कर दिए. एक स्मार्ट कमोड पर 4 लाख 27 हजार 272 रुपये लगते हैं.’ बीजेपी के मुताबिक, ‘8-8 लाख रुपये के 23 पर्दे लगा दिए. बंगले में मार्बल जो लगा है वह वियतनाम से मंगाए गए हैं. बिजली के सामान पर 2 करोड़ 58 लाख रुपये खर्च हुए हैं. किचन और अप्लाइंस पर 1 करोड़ 10 लाख रुपये खर्च कर दिए. हॉट वॉटर जनरेटर पर 25 लाख रुपये खर्च हुए. कल्टेंसी चार्ज के लिए 1 करोड़ रुपये और एक मार्बल के मंदर पर एक लाख रुपये खर्च कर दिया’ Tags: Aap vs bjp, Arvind kejriwal, Atishi marlena, Delhi ElectionsFIRST PUBLISHED : January 7, 2025, 21:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed