ट्रंप को ये क्या-क्या बोल गए मणिशंकर राष्ट्रपति चुनाव रिजल्ट पर बिफर ही पड़े

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर को खूब नगवार गुजरी. उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों पर भड़ास निकालते हुए शब्दों की मर्यादा तक भूल गए और ट्रंप को लेकर उनके बोल बिगड़ गए.

ट्रंप को ये क्या-क्या बोल गए मणिशंकर राष्ट्रपति चुनाव रिजल्ट पर बिफर ही पड़े
नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर को खूब नगवार गुजरी. उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों पर भड़ास निकालते हुए शब्दों की मर्यादा तक भूल गए और ट्रंप को लेकर उनके बोल बिगड़ गए. मणिशंकर अय्यर ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा, ‘मैं बहुत निराश हूं कि ऐसा व्यक्ति, जिसे अमेरिकी अदालतों ने अपराधी करार दिया है और जिसके इतिहास में वेश्याओं के पास जाना और उन्हें चुप कराने के लिए पैसे देना शामिल है, उसे दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश का राष्ट्रपति चुना गया है.’ अय्यर ने इसके साथ ही कहा, ‘निजी तौर पर, मेरा मानना ​​है कि डोनाल्ड ट्रंप एक अच्छे इंसान नहीं हैं. यह एक अलग मामला है कि आप पूछें कि इसका हमारी राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा, लेकिन जब आप उनके चरित्र को देखते हैं, तो मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि गलत व्यक्ति चुना गया है. यह मेरी निजी राय है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘ऐसे घृणित व्यक्ति को चुना हुआ देखना वाकई निराशाजनक है. मुझे इस बात का भी अफसोस है कि कमला हैरिस नहीं जीतीं. अगर कमला हैरिस जीततीं, तो वह अमेरिका की पहली महिला और भारत से संबंध रखने वाली पहली राष्ट्रपति बन सकती थीं. यह एक ऐतिहासिक और सकारात्मक कदम होता.’ इसके बाद उन्होंने इसी महीने शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 और ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ से जुड़े विधेयक पास किए जाने की अटकलों पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मैं इन मुद्दों को बहुत गहराई से नहीं देख रहा क्योंकि मैं संसद का सदस्य नहीं हूं और मेरी पार्टी ने मुझे एक तरफ कर दिया है. मुझे इन बारीकियों में कोई खास दिलचस्पी नहीं है.’ उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार यह दिखाना चाहती है कि वे बिना उनकी सहमति के जो चाहे बदल सकते हैं. यह गलत होगा. अय्यर ने कहा, ‘यह इसलिए गलत है, क्योंकि बदलाव का प्रस्ताव उनके हित में होना चाहिए और उनकी सहमति के साथ होना चाहिए.’ उन्होंने कहा कि मीडिया के जरिये उन्हें पता चला है कि वक्फ विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के अध्यक्ष जगदंबिका पाल को जिस तरह से समिति को चलाना चाहिए था, शायद वैसा नहीं हो रहा है. विपक्ष के कई नेताओं ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिलकर इस बारे में शिकायत की है. उन्होंने कहा, “हमें देखना होगा कि बिरला साहब इस मामले में क्या कदम उठाते हैं.’ उन्होंने आगे कहा, ‘जहां तक वन नेशन, वन इलेक्शन की बात है, तो मैं इसे पूरी तरह से गलत मानता हूं. इस देश की एकता उसकी विविधताओं में ही है. आरएसएस और संघ परिवार के लोग हमेशा यही कोशिश करते हैं कि विविधता को कम कर एक हिंदू पहचान पर देश की एकता बनाई जाए. मैं विशेष रूप से दक्षिण भारत से हूं, और मुझे यह बिल्कुल नहीं लगता कि हमें हर मामले में एक ही मॉडल अपनाना चाहिए, खासकर वह जो उत्तर भारत में अपनाया गया है.’ Tags: Donald Trump, Kamala Harris, US Presidential Election 2024FIRST PUBLISHED : November 6, 2024, 23:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed