मजदूर की बेटियों ने किया कमालजीत चुकी हैं 100 से ज्यादा पुरस्कार

Inspiring Story: मजदूर की बेटियों ने अपने पिता का नाम रोशन कर दिया है. दोनों की उपलब्धि सभी को इंस्पायर करती है.

मजदूर की बेटियों ने किया कमालजीत चुकी हैं 100 से ज्यादा पुरस्कार
सनन्दन उपाध्याय/बलिया: सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के बीच अक्सर डीबेट देखने के लिए मिलता है. पर, सरकारी के स्कूल के कई बच्चे अक्सर सारे सवालों का जवाब अपनी उपलब्धि से दे देते हैं. 2 सगी बहनों ने भी कुछ ऐसा ही किया. हम कुमारी अर्चना और कुमारी नेहा की बात कर रहे हैं. यह दोनों बहने अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए अधिगम के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर हर किसी के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई हैं. यह दोनों सगी बहनें ब्लॉक स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक, अपना दमखम दिखाते हुए अवार्ड पर कब्जा जमा चुकी है. 2 बहनों की कमाल की कहानी कुमारी अर्चना और कुमारी नेहा ने लोकल को बताया कि वो बलिया के आसन गांव की रहने वाली हैं. दोनों एक ही कक्षा की छात्रा हैं. उनके पापा एक छोटे से मजदूर हैं. दोनों सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर रही हैं. उन्होंने ब्लॉक से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक, नाम रोशन किया है. कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम व लखनऊ के यूपी टैलेंट हंट में राज्य स्तरीय योग प्रतियोगिता, प्रयागराज, गाजियाबाद व ग्रेटर नोएडा में जनपद का बालिका वर्ग में इन दोनों बहनों ने प्रतिनिधित्व किया. कुमारी अर्चना ने ब्लॉक व जनपद स्तर पर प्रथम स्थान हासिल किया. गृह जनपद में भी अब नंबर 1 योग के अलावा कुमारी नेहा ने विद्यालय के अन्य बालिकाओं के साथ बस्ती में खो-खो प्रतियोगिता व लखनऊ में G20 यूपी लीग में जनपद का प्रतिनिधित्व किया था. जनपद में आयोजित तमाम प्रशासनिक कार्यक्रम जैसे – बलिया बलिदान दिवस, स्वतंत्रता दिवस, मतदाता दिवस, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, पक्षी महोत्सव, गंगा आरती में जनपद को योग के क्षेत्र में जीवंत रखने वाली बालिकाओं की टीम का नेतृत्व किया है. जीत चुकी हैं 100 से ज्यादा अवार्ड खेल के अलावा दोनों बहनें क्विज, सांस्कृतिक कार्यक्रम में निरन्तर प्रतिभाग कर प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त करती रही है. इसके अलावा अर्चना और नेहा ने लगभग 100 से अधिक अवार्ड और सर्टिफिकेट अपने नाम किए हैं. वर्तमान में दोनों बहनें राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति परीक्षा उत्तीर्ण कर ₹48,000 का लाभ ले रही हैं. Tags: Inspiring story, Local18FIRST PUBLISHED : July 9, 2024, 15:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed