कैसे बनेगा नरेगा जॉब कार्ड इन सरकारी योजनाओं का मिलता है लाभ जानें प्रक्रिया

NREGA job card: भारत सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं में से एक प्रमुख योजना महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम है. इसका उद्देश्य एक वित्तीय वर्ष में कम से कम 100 दिन का मजदूरी रोजगार प्रदान करके ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका  को बढ़ाना है.

कैसे बनेगा नरेगा जॉब कार्ड इन सरकारी योजनाओं का मिलता है लाभ जानें प्रक्रिया
रिपोर्ट- शुभेंद्र धर द्विवेदी आजमगढ़: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना या नरेगा योजना केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना है. इस योजना का उद्देश्य समाज के बेरोजगार और वंचित वर्गों को रोजगार के अवसर प्रदान करना है. यह योजना बेरोजगारों और रोजगार की जरूरत वाले लोगों के लिए “काम करने के अधिकार” की गारंटी देता है. भारत सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं में से एक प्रमुख योजना महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम है. इसका उद्देश्य एक वित्तीय वर्ष में कम से कम 100 दिन का मजदूरी रोजगार प्रदान करके ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका को बढ़ाना है. इस योजना के तहत ग्रामीण परिवार के कामकाजी सदस्यों को प्रति वर्ष न्यूनतम ₹289 प्रतिदिन की मजदूरी पर काम करने के लिए न्यूनतम 100 दिनों के रोजगार की कानूनी गारंटी प्रदान की जाती है. क्या है प्रावधान ग्रामीण परिवार के प्रत्येक सदस्य को एक मनरेगा जॉब कार्ड प्रदान किया जाता है जिसमें मुख्य रूप से सभी सदस्यों के नाम और फोटोग्राफ होते हैं. जॉब कार्ड होने से आपको मनरेगा अधिनियम के तहत अनिवार्य रूप से ‘काम करने का अधिकार’ मिल जाता है. यदि पंजीकरण के 15 दिनों के भीतर काम नहीं दिया जाता है तो श्रमिक को प्रतिदिन बेरोजगारी भत्ता देने का भी प्रावधान है. योजना के अनुसार, पात्र उम्मीदवारों को क्षेत्र के 5 किलोमीटर के दायरे में ही कम दिया जाना चाहिए. यदि दायरा 5 किलोमीटर से अधिक है तो अतिरिक्त परिवहन और रहने के खर्च को पूरा करने के लिए अतिरिक्त मजदूरी (10%) देना अनिवार्य है. मजदूरी का भुगतान मूल्य दर या दैनिक दर के अनुसार किया जाता है. काम करने वाले श्रमिकों के मानदेय का भुगतान साप्ताहिक आधार पर किया जाता है. मनरेगा जॉब कार्ड के लिए आवेदन कैसे करें? मनरेगा जॉब कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण कराना होता है. इसके लिए स्थानीय ग्राम पंचायत पर फॉर्म सुविधा उपलब्ध होती है. पंजीकरण के बाद सभी दस्तावेजों की जांच कर उसका सत्यापन किया जाता है. आवेदन सत्यापित और स्वीकृत हो जाने के बाद धारक को मनरेगा जॉब कार्ड जारी किया जाता है. यह आवेदन के सत्यापन के 15 दिनों के भीतर आवेदनकर्ता को जॉब कार्ड जारी कर दिया जाता है. Tags: Local18FIRST PUBLISHED : September 12, 2024, 10:52 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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