एक महीने में होगी लाखों की कमाई! बस इस सब्जी की कर लें खेती हो जाएंगे मालामाल
एक महीने में होगी लाखों की कमाई! बस इस सब्जी की कर लें खेती हो जाएंगे मालामाल
फर्रुखाबाद के बहिदपुर गांव के निवासी किसान ब्रजकिशोर सिंह बताते हैं कि वह बचपन से ही मिश्रित खेती कर रहे हैं, जिससे उन्हें तगड़ी कमाई होती है. उन्होंने बताया कि इस फसल से उन्हें आज तक कभी नुकसान नहीं हुआ.
फर्रुखाबाद: आधुनिकता के इस दौर में फर्रुखाबाद के किसान पहले से काफी जागरूक हो गए हैं और खेती में नए-नए प्रयोग करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. अब किसान पारंपरिक खेती के अलावा नगदी फसलों पर भी विशेष ध्यान दे रहे हैं, जिससे कमाई के नए रास्ते खुल गए हैं. इस समय यहां के किसान मिश्रित फसलों के जरिए मोटी कमाई कर रहे हैं, वह भी कम लागत में. प्रति बीघा केवल पांच हजार रुपये की लागत में ये किसान अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं. मिश्रित खेती करने वाले किसान बताते हैं कि वह लगातार कई दशकों से इस विधि का प्रयोग कर रहे हैं और इससे उन्हें कभी नुकसान नहीं हुआ बल्कि लाखों रुपये का फायदा ही हुआ है.
फर्रुखाबाद के बहिदपुर गांव के निवासी किसान ब्रजकिशोर सिंह बताते हैं कि वह बचपन से ही मिश्रित खेती कर रहे हैं, जिससे उन्हें तगड़ी कमाई होती है. उन्होंने बताया कि इस फसल से उन्हें आज तक कभी नुकसान नहीं हुआ. आमतौर पर प्रति बीघा एक से दो हजार रुपये की लागत आती है, और एक बार फसल तैयार होने के बाद वे पहले चार महीने तक सब्जियों की बिक्री करते हैं.
हरी सब्जियों की बाजार में तगड़ी डिमांड
किसान ने बताया कि वे पच्चीस वर्षों से लगातार मिश्रित खेती करते आ रहे हैं. उनके पास थोड़ी सी ही भूमि है, लेकिन उसी में वे मिश्रित खेती करते हैं, जिससे उन्हें प्रति बीघा पचास से साठ हजार रुपये का मुनाफा होता है. भिंडी की फसल उगाने में लगभग दो हजार रुपये की लागत आती है, लेकिन एक बार जब फसल तैयार हो जाती है तो मंडी में इसकी डिमांड बढ़ जाती है. इस समय उनकी भिंडी मंडी में चालीस रुपये प्रति किलो की दर से हाथों-हाथ बिक रही है.
मिश्रित खेती का तरीका
किसान बताते हैं कि वे अपने खेतों में सबसे पहले भिंडी के बीजों की बुआई करते हैं. इसके बाद शलजम और चुकंदर के बीजों को बो देते हैं. फिर क्यारियों के ऊपर धनिया की बुवाई करते हैं. समय के साथ जब भिंडी की फसल तैयार होती है तो साथ ही नीचे की अन्य फसलें भी तैयार होने लगती हैं. इस तरह वे एक ही समय में पांच फसलों से हजारों रुपये की कमाई कर लेते हैं.
क्या है खेती का तरीका?
किसान बताते हैं कि वे सबसे पहले खेत को अच्छे से समतल कर उसमें क्यारियां बनाते हैं और फिर भिंडी के बीजों की बुआई करते हैं. समय से सिंचाई करते रहते हैं. जब पौधे बड़े होने लगते हैं, तो इनमें भिंडी निकलने लगती है, जिसे वे मंडी में बेच देते हैं. इसके बाद जब पूरी फसल निकल जाती है, तो वे इन पौधों को खेत में ही हरी खाद के रूप में प्रयोग कर लेते हैं. यह फसल चार महीने तक लगातार उत्पादन देती रहती है. इसमें गोबर से तैयार जैविक खाद का ही प्रयोग होता है.
Tags: Agriculture, Fresh vegetablesFIRST PUBLISHED : August 24, 2024, 13:38 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed