नहीं थमा आदमखोर भेड़ियों का आतंक तो मारी जाएगी गोली!वन मंत्री ने दिया बड़ा बयान

सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भेड़ियों के आतंक को नियंत्रित करने के लिए आखिरी विकल्प के रूप में गोली मारने के आदेश दिए हैं. वहीं आज पीलीभीत में मीडिया से बातचीत में राज्यमंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने इस आदेश की पुष्टि की.

नहीं थमा आदमखोर भेड़ियों का आतंक तो मारी जाएगी गोली!वन मंत्री ने दिया बड़ा बयान
पीलीभीत. उत्तर प्रदेश के तराई के तीन प्रमुख जिलों में शामिल पीलीभीत, लखीमपुर और बहराइच में अक्सर ही मानव वन्यजीव संघर्ष के मामले सामने आते हैं. अगर बहराइच की बात करें तो बीते कुछ दिनों से भेड़ियों के आतंक के चलते स्थानीय लोगों की रात की नींद हराम है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले पर गंभीरता दिखाते हुए सभी अफसरों को स्थिति नियंत्रित करने के निर्देश दिए हैं. ऐसे में अपर मुख्य सचिव के साथ ही साथ वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना अधिकारियों के साथ मानव वन्यजीव संघर्ष को लेकर एक समीक्षा बैठक के लिए पीलीभीत पहुंचे. इस दौरान वन विभाग के आला अफसरों समेत जिला प्रशासन के तमाम अधिकारी भी मौजूद थे. बैठक के बाद राज्य मंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए बहराइच में चल रहे भेड़ियों के आतंक को नियंत्रित करने को लेकर बड़ा बयान दिया है. राज्यमंत्री ने की आदेश की पुष्टि दरअसल सोमवार देर शाम से सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर सामने आ रही थी कि सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भेड़ियों के आतंक को नियंत्रित करने के लिए आखिरी विकल्प के रूप में गोली मारने के आदेश दिए हैं. वहीं आज पीलीभीत में मीडिया से बातचीत में राज्यमंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने इस आदेश की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि भेड़ियों को पकड़ने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं यदि फिर भी वे पकड़ में नहीं आते हैं तो समय की मांग को देखते हुए उन्हें गोली मारने के आदेश दे दिए गए हैं. क्या महज औपचारिकता थी बैठक? आमतौर पर मानव वन्यजीव संघर्ष के लिहाज से जंगल से सटे इलाकों को अधिक संवेदनशील माना जाता है. लेकिन पीलीभीत में अक्सर इसकी उलट तस्वीर देखने को मिलती है. बीते दिनों शहर के बीचों-बीच स्थित चौराहे पर पहुंची बाघिन इस बात का स्पष्ट प्रमाण है. पीलीभीत के तकरीबन 70 से अधिक गांव मानव वन्यजीव संघर्ष के लिहाज से अत्यंत संवेदनशील हैं. लेकिन बावजूद इसके स्थानीय प्रशासन ने इन इलाकों के ग्राम प्रधान व अन्य स्थानीय पीड़ितो को बैठक में बुलाना तक मुनासिब समझा. ऐसे में इस बैठक को महज एक औपचारिकता माना जा रहा है. Tags: Local18, Pilibhit news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 18:22 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed