अजब है यह शहर बारिश नहीं हुई तो इन्द्र देव को मनाने के लिए बंद रखे बाजार

Pratapgarh News : राजस्थान के आदिवासी बाहुल्य प्रतापगढ़ शहर में शनिवार को व्यापारियों ने स्वैच्छिक बंद रखा. यह बंद बारिश की मनोकामना को लेकर रखा गया था. आवश्यक सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया था. व्यापारी और स्थानीय वाशिंदे धार्मिक आयोजनों में जुटे रहे.

अजब है यह शहर बारिश नहीं हुई तो इन्द्र देव को मनाने के लिए बंद रखे बाजार
प्रतापगढ़. राजस्थान में मानसून की बारिश का दौर चल रहा है. मानसून की बारिश में कई इलाके तर हो चुके हैं. लेकिन मध्य प्रदेश से सटे प्रतापगढ़ को अभी अच्छी बारिश का इंतजार है. इंद्रदेव की बेरुखी से प्रतापगढ़ के लोग परेशान हैं. लिहाजा उन्होंने इन्द्र देव को मनाने के लिए एक दिन के लिए प्रतापगढ़ के बाजार बंद रखे. बारिश की मनोकामना को लेकर शनिवार को व्यापारियों की ओर से स्वैच्छिक बंद का आह्वान किया गया. उसके बाद शहर में कोई दुकान नहीं खुली. बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा है. आवश्यक सेवाओं को इस बंद से मुक्त रखा गया. मौसम विभाग के मुताबिक प्रतापगढ़ जिले में अभी तक औसत की मात्रा 15 फीसदी बरसात ही हुई है. इसके कारण स्थानीय लोगों की चिंताएं बढ़ने लगी हैं. प्रतापगढ़ के लोग रूठे इन्द्र देव को मनाने के लिए लोग तरह-तरह के जतन कर रहे हैं. कहीं पर रात्रि जागरण किया जा रहा है तो कहीं पर भजन संध्या. धार्मिक स्थलों तक पद यात्राएं निकाली जा रही हैं. प्रतापगढ़ शहर में भी शनिवार को बंद के दौरान उज्जैनी आयोजन भी किए गए. प्रतापगढ़ जिले में बुवाई का कार्य पूरा हो चुका है इस आयोजन के तहत स्थानीय वाशिंदे खेत खलिहानों में जाकर प्रसादी करते हैं. व्यापारियों ने शनिवार को स्वेच्छा से अपने प्रतिष्ठान बंद रखे. बंद के कारण बाजार सूने रहे. शहर में लोगों का आवागमन कम रहा. यहां तक कि ग्रामीण इलाकों से खरीदारी के लिए ग्रामीण भी नहीं आए. इससे ग्रामीण इलाकों में चलने वाले यात्री वाहन खाली रहे. प्रतापगढ़ जिले में बुवाई का कार्य पूरा हो चुका है. प्रतापगढ़ इलाका आदिवासी बाहुल्य है. प्रतापगढ़ की अधिकांश आबादी कृषि पर निर्भर है यहां की अधिकांश आबादी कृषि पर निर्भर है. ऐसे में बादलों की बेरुखी ने किसानों और आमजन की चिंता बढ़ा दी है. यदि दो-तीन दिन और बरसात नहीं होती है तो फसलों पर संकट गहरा सकता है. लिजाहा ने अब लोग इन्द्र देव को मनाने में जुटे हुए हैं. इसके लिए कई तरह से धार्मिक उपाय किए जा रहे हैं. Tags: Ajab Gajab news, Pratapgarh news, Rajasthan newsFIRST PUBLISHED : July 14, 2024, 10:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed