जेकेजे ज्वेलर से ब्लैक मनी में सोना खरीदने वाले भी आए आयकर विभाग के निशाने पर

Jaipur News: बीते दिनों आयकर विभाग की छापामारी की चपेट में आए जेकेजे ज्वेलर ग्रुप के वे कस्टमर भी अब निशाने पर आ गए हैं जिन्होंने वहां से ब्लैक मनी में सोना खरीदा है. आयकर विभाग ऐसे कस्टमर्स को समन से तलब कर पूछताछ करेगा. जानें पूरा मामला.

जेकेजे ज्वेलर से ब्लैक मनी में सोना खरीदने वाले भी आए आयकर विभाग के निशाने पर
जयपुर. राजस्थान के जेकेजे ज्वेलर ग्रुप पर हुई आयकर विभाग की छापेमारी के बाद अब उसके उन कस्टमर की पेशानियां बढ़ने वाली है जिन्होंने ब्लैक मनी से ग्रुप से गोल्ड और ज्वेलरी खरीदी है. आयकर विभाग ग्रुप के शोरूम से ब्लैक मनी में गोल्ड खरीदने वाले कस्टमर को समन जारी कर पूछताछ के लिए तलब करेगा. आयकर विभाग IT Act 131(1) के तहत ये समन भेजने की तैयारी कर रहा है. जेकेजे ज्वैलर्स ग्रुप की ओर से उपभोक्ताओं को फर्जी रसीदें जारी करने की आशंका है. आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार प्रदेश की इस सबसे बड़ी कार्रवाई में भारी मात्रा में ब्लैक मनी और गोल्ड बरामद हुआ है. आयकर विभाग की छापामारी में जेकेज ज्वैलर्स ग्रुप की ओर से ब्लैक मनी से 670 करोड़ की ज्वैलरी और गोल्ड बेचने के सबूत सामने आए हैं. आयकर विभाग के छापों में ज्वैलर्स समूह के ठिकानों पर भारी भरकम दस्तावेजों के साथ दो विदेशी सर्वर मिले हैं. इन विदेशी सर्वर में आयकर विभाग को 670 करोड़ रुपये की ज्वेलरी के कारोबार का डेटा मिला है. विदेशी सर्वर में दर्ज किए सोने के हिसाब किताब में भारी अनियमितताएं पाई गई है. 670 करोड़ रुपये की ज्वेलरी ब्लैक में बेची है जांच में सामने आया है की पिछले बरसों में ग्रुप संचालकों ने अपने उपभोक्ताओं को 670 करोड़ रुपये की ज्वेलरी बेची है. ज्वेलरी खरीदने वाले उपभोक्ताओं को ज्वैलर्स समूह द्वारा इनवॉइस जनरेट कर दिए गए. लेकिन ज्वेलर्स समूह ने उपभोक्ताओं को जो इनवॉइस जारी किए गए हैं उनको ना तो अपने बुक्स और अकाउंट में दर्ज नहीं किया और ना ही ज्वेलर्स समूह ने आयकर रिटर्न या जीएसटी रिटर्न में दर्शाया है. छापों में ग्रुप संचालकों के ठिकानों से भारी भरकम फर्जी इनवॉइस जारी करने के दस्तावेज मिले हैं. अधिकांश ज्वेलरी को 1.99 लाख रुपये की बिक्री में दर्शाया गया है विदेशी सर्वर पर मिले डेटा में इन सभी इनवॉइस की राशि को नकदी के रूप में इंद्राज किया गया है. विदेशी सर्वर पर मिले डेटा में अधिकांश ज्वेलरी को 1.99 लाख रुपये की बिक्री में दर्शाया गया है. इससे बिल लेने के बाद गुड्स एंड सर्विस टेक्स की भारी भरकम चोरी भी सामने आ रही है. आयकर विभाग की पूछताछ में ग्रुप संचालकों ने ज्वेलरी कारोबार में खरीदारों से बड़े पैमाने पर कैश से ज्वेलरी खरीदने के जानकारी दी है. आयकर अधिनियम की धारा 131 और आईटी एक्ट 133 के तहत नोटिस जारी होंगे ब्लैक मनी से ज्वेलरी खरीदने वालों के लिए आयकर विभाग की ओर से आयकर अधिनियम की धारा 131 और आईटी एक्ट 133 के तहत नोटिस जारी किए जाएंगे. आयकर विभाग ने विदेशी सर्वर पर मिले डेटा की गहनता से जांच शुरू कर दी है. जांच में सामने आने वाले खरीददारों को आयकर अधिनियम की धाराओं में समन जारी कर आयकर मुख्यालय पूछताछ के लिए तलब करना शुरू किया जा रहा है. Tags: Gold business, Jaipur news, Rajasthan newsFIRST PUBLISHED : May 14, 2024, 14:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed