गहलोत सरकार के रुद्राभिषेक पर भारी पड़ रहा कावड़ियों के रजिस्ट्रेशन का नियम बीजेपी गुस्साई
गहलोत सरकार के रुद्राभिषेक पर भारी पड़ रहा कावड़ियों के रजिस्ट्रेशन का नियम बीजेपी गुस्साई
सावन में अशोक गहलोत सरकार करवा रही रुद्राभिषेक: सॉफ्ट हिन्दुत्व की राह पर चलने की कोशिश कर रही राजस्थान की कांग्रेस सरकार (Congress government) सावन के महीने में शिवालयों में रुद्राभिषेक (Rudrabhishek) करा रही है. लेकिन कावड़ियों के रजिस्ट्रेशन के नियम को लेकर वह बीजेपी के निशाने पर आ गई है. बीजेपी ने सरकार की ओर कराये जा रहे रुद्राभिषेक को दिखावा करार दिया है. पढ़ें राजस्थान में सावन के महीने में राजनीति कैसे गरमायी हुई है.
जयपुर. राजस्थान की अशोक गहलाेत सरकार (Ashok Gehlot government) अब सावन में भगवान शंकर का रुद्राभिषेक (Rudrabhishek) करा रही है. सरकार के मंत्री शिव मंदिरों में जाकर रुद्राभिषेक कर रहे हैं. प्रदेश के 44 शिव मंदिरों में रुद्राभिषेक कराया जा रहा है. गहलोत सरकार की ओर से जिन मंदिरों में रुद्राभिषेक कराया जा रहा हैं कि उनमें यूपी के भी 4 मंदिर शामिल हैं. दूसरी तरफ बीजेपी ने आरोप लगाया कि गहलोत सरकार कावड़ियों का रजिस्ट्रेशन और सख्ती कर परेशान कर रही है. वे हिंदू विरोधी काम कर रहे हैं.
सावन का महीना शुरू हो चुका है. इसके साथ ही शिव मंदिरों में जलाभिषेक और रुद्राभिषेक भी आरंभ हो चुके हैं. राजस्थान में गहलोत सरकार ने भी रुद्राभिषेक शुरू करवा दिए हैं. गहलोत सरकार में कला एवं संस्कृति मंत्री शंकुतला रावत ने जयपुर में प्रतापेश्वर महादेव मंदिर में भगवान शिव का अभिषेक और आराधना की. इस दौरान कांग्रेस विधायक साफिया जुबेर भी उनके साथ थी. रावत ने कहा कि राजस्थान में अमन और शांति की कामना के लिए सरकार 44 मंदिरों में पूरे सावन हर सोमवार को ये रुद्राभिषेक कराएगी.
मंत्री रावत बोलीं ये सिलसिला आगे भी चलता रहेगा
मंत्री शंकुतला रावत ने कहा कि सावन का महीना वेद पुराणों में पवित्र माना गया है. इस बार पूरे राजस्थान में ईश्वर ने मुझे यह जिम्मेदारी दी है. सावन में हर सोमवार रुद्राभिषेक और सहस्त्रधारा का आयोजन किया जाएगा. प्रदेश में सुख शांति और अमन चैन बना रहे ऐसी कामना सीएम अशोक गहलोत की है. इससे पहले हमने भागवत कथा कराई थी. रामनवमी और हनुमान जंयती पर सुंदरकांड के पाठ भी कराये थे. ये सिलसिला आगे भी चलता रहेगा.
सरकार की कोशिश को बीजेपी ने बताया दिखाया
दूसरी तरफ कावड़ यात्रा के लिए राजस्थान सरकार ने सख्ती कर दी है. कावड़ यात्रा में भाग लेने वालों के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया गया है. डीजे के उपयोग कर रोक लगा दी गई है. प्रदेश में धारा 144 लागू है. पुलिस ने कावड़ यात्रा शुरू होने से पहले शांति समिति की बैठकें आयोजित कर अपना रुख साफ कर दिया. बीजेपी ने आरोप लगाया कि ये गहलोत सरकार का दोगलापन है. एक तरफ कावड़ियों पर सख्ती और दूसरी तरफ हिंदू विरोधी होने के ठप्पे को मिटाने के लिए रुद्राभिषेक का दिखावा कर रही है.
कावड़ यात्रा के रजिस्ट्रेशन को लेकर बैकफुट पर आई सरकार
इस बीच राजस्थान सरकार कावड़ यात्रा पर रजिस्ट्रेशन को लेकर बैकफुट पर आ गई है. राजस्थान के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि पुलिस का आदेश गलत है. कोई रजिस्ट्रेशन नहीं होगा. कावड़ यात्रा की सभी को छूट है. राजस्थान में गहलोत सरकार पर एक तरफ लगातार ये आरोप लगते रहे कि वह तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है.
सरकार की कोशिश है कि उस पर हिन्दू विरोधी होने का ठप्पा न लगे
वह चाहे रामनवमी पर राज्य में यात्राओं पर सख्ती और डीजे पर रोक लगाने का मामला हो या फिर जुम्मे की नमाज पर लाउड स्पीकर के इस्तेमाल की छूट हो. लेकिन गहलोत सरकार पिछले तीन महीने से इस कोशिश में जुटी है कि उस पर हिंदू विरोधी होने का आरोप न लगे. इसके लिए पहले रामनवमी पर रामायण पाठ करवाये गये. फिर हनुमान जयंती पर सुंदर कांड का पाठ और अब रुद्राभिषेक कराये जा रहे हैं.
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Tags: Ashok Gehlot Government, Jaipur news, Rajasthan news, Rajasthan PoliticsFIRST PUBLISHED : July 20, 2022, 09:04 IST