प्रयागराज के इस प्राचाीन मंदिर का होगा कायाकल्प जानिए क्या आएगा बदलाव

क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने लोकल 18 को बताया कि ज्यादा भीड़ ना हो इसके लिए 3 मीटर और 5 मी के दो बड़े द्वार मंदिर प्रांगण में लगाए जाएंगे. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यहां यात्री शेड, पेयजल की व्यवस्था के साथ सीसीटीवी कैमरे लगाए जााएंगे. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से 209 लाख रुपए का बजट पारित हुआ है.

प्रयागराज के इस प्राचाीन मंदिर का होगा कायाकल्प जानिए क्या आएगा बदलाव
 प्रयागराज. यूपी के प्रयागराज संगम को तीर्थ का राजा माना जाता है. यहीं पर सबसे पहले यज्ञ होने का प्रमाण भी मिला है. प्रयागराज में ही द्वादश वेणी माधव मंदिर स्थित है, जो 12 मंदिरों का समूह है. यह प्रयागराज के अलग-अलग हिस्सों में स्थापित मंदिर है. इन सब में सबसे प्राचीन वेणी माधव का मंदिर संगम के पास दारागंज में स्थित है. जिसे नगर देवता के नाम से भी जाना जाता है. खास बात यह है कि इस मंदिर का महाकुंभ-2025 से पहले कायाकल्प होगा. इसको लेकर मुख्यमंत्री  यागी आदित्यनाथ की ओर से बजट भी पास कर दिया गया है. इतने करोड़ से संवरेगा मंदिर दारागंज स्थित प्राचीन श्री वेणी माधव मंदिर की स्थिति ऐसी है कि यहां पहुंचने के लिए भक्तों को काफी कठिनायों से गुजरना पड़ता है. सकरी मार्ग में स्थित होने की वजह से आए दिन यहां जाम की समस्या भी बनी रहती है. क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने लोकल 18 को बताया कि ज्यादा भीड़ ना हो इसके लिए 3 मीटर और 5 मी के दो बड़े द्वार मंदिर प्रांगण में लगाए जाएंगे. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यहां यात्री शेड, पेयजल की व्यवस्था के साथ सीसीटीवी कैमरे लगाए जााएंगे. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से 209 लाख रुपए का बजट पास किया है. इससे आधारभूत संरचना का विकास किया जाएगा. सौर ऊर्जा से जगमग होगा मंदिर शहर का सबसे पुराना मोहल्ले होने की वजह से यहां की सड़के सकरी है. ऐसे में मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को जाम की स्थिति से गुजरना पड़ता है. मंदिरों तक पहुंचने के लिए सड़कों को चौड़ा करना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन मंदिर में भीड़ एकत्र ना हो इसके लिए समुचित व्यवस्था की जा रही है. वहीं मंदिर में 24 घंटे बिजली आपूर्ति के लिए मंदिर के ऊपर सोलर पैनल लगाकर 24 घंटे मंदिर को जगमग किया जाएगा. इसके लिए बजट का प्रथम किस्त 164 लाख प्राप्त हो गया है और मंदिर के कायाकल्प का कार्य भी शुरू हो गया है. यह है वेणी माधव मंदिर का महत्व दारागंज में स्थित प्राचीन वेणी माधव मंदिर की स्थापना आदिकाल में हुई थी. जब प्रयागराज संगम पर भगवान ब्रह्मा द्वारा प्रथम यज्ञ किया गया तो उस समय प्रयागराज में नगर देवता के रूप में वेणी माधव मंदिर की स्थापना हुई. ऐसी मान्यता भी है कि अगर प्रयागराज संगम में स्नान करने के बाद वेणी माधव का दर्शन नहीं करते हैं तो आपका संगम स्नान अधूरा रह जाता है. यही वजह है कि आने वाली श्रद्धालुओं में वेणी माधव के लिए कि श्रद्धा बनी रहती है. Tags: Local18, Prayagraj News, UP newsFIRST PUBLISHED : August 31, 2024, 14:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed