लखीमपुर खीरी/अतीश त्रिवेदी: हमें स्कूल से ही सब्जियों के फायदे के बारे में सुनने के लिए मिल जाता है. खासतौर पर हरी और पत्तेदार सब्जियों को बहुत अच्छा माना जाता है. कुछ दुलर्भ सब्जियां भी हैं, जिन्हें आप ट्राई कर सकते हैं. जैसे कि ‘धरती का फूल.’ यह एक अनोखी और दुर्लभ सब्जी है. शरीर में प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए आप इस सब्जी को खा सकते हैं. शरीर को मजबूती देने के लिए यह सब्जी बहुत फायदेमंद मानी जाती है.
धरती के फूल की सब्जी क्या है?
धरती के फूल की सब्जी बारिश के मौसम में उगती है और ये सेहत के लिए काफी अच्छी मानी जाती है. कई जगहों पर इसे धरती के फूल और जंगली मशरूम भी कहा जाता है. इस सब्जी में ढेर सारे फायदे हैं और इसलिए ये बाजार में काफी महंगी मिलती है और इसकी कीमत मटन से भी ज्यादा होती है. कहा जाता है कि इस सब्जी के सेवन से शरीर फौलाद जैसा मजबूत बन जाता है. सब्जी साल के कुछ ही हफ्तों के लिए जंगल में उगती है और खासकर उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में इसे उगाया जाता है.
लोग बताते हैं फायदेमंद
लोगों का कहना है कि जिन लोगों को प्रोटीन की जरूरत है, बढ़ते हुए बच्चे और जिम जाने वाले या कमजोर लोगों के लिए ये सब्जी बड़े काम की है. इसे दिल के मरीज और डायबिटीज के मरीज भी आराम से खा सकते हैं. ये सब्जी दिल के लिए भी अच्छी होती है और शुगर में भी फायदा करती है.
धरती के फूल की सब्जी की कीमत
यूपी के लखीमपुर जनपद के मैलानी जंगल में मिलने वाली बेहद फायदेमंद धरती के फूलों की सब्जी इन दिनों बाजारों में ₹800 से लेकर हजार रुपए तक बाजारों में बिक रही है. तो वहीं दूसरी ओर इस सब्जी को भालू और हिरण बहुत चाव से खाते है. यह एक अनोखी सब्जी है जो बारिश के मौसम में ही ज़मीन से उगती है, इतना ही नहीं बारिश के मौसम में जमीन को तोड़कर घने जंगलों के पुराने मिट्टी के टीलों के नीचे यह तालाब के पास झाड़ियां में निकालती हैं.
Tags: Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 31, 2024, 13:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed