Kanpur IIT ने तैयार किया लैबोरेट्री वैन शहरभर टहल कर लगाएगी प्रदुषण का पता

प्रदुषण की रोकथाम के लिए सरकार से लेकर हर संस्था इसको लेकर गंम्भीरता से काम कर रही हैं. इसी कड़ी में कानपु आईआईटी ने एक लैबोरेट्री वैन बनाकर तैयार किया. जिससे ये पता चलेगा कि प्रदुषण कहां से फैल रहा है और इसका मुख्य स्त्रोत क्या है.

Kanpur IIT ने तैयार किया लैबोरेट्री वैन शहरभर टहल कर लगाएगी प्रदुषण का पता
अखंड प्रताप सिंह/कानपुर: देश में प्रदूषण एक बड़ी समस्या है. देशभर के प्रमुख शहरों में सबसे बड़ी समस्या पॉल्यूशन रहती है. सरकारी पॉल्यूशन बोर्ड्स लगातार पॉल्यूशन को रोकने और इसके कारण का पता लगाने के लिए काम कर रही है. सरकार पॉल्यूशन को लेकर कई योजनाएं चला रही है. जिससे पॉल्यूशन को कम किया जाएं. इसको लेकर कई कमेटियां बनाई गई लेकिन नतीता निराश करने वाला आया. इसको लेकर कानपुर आईआईटी में भी कई शोध चल रहे, कुछ हद तक यह संस्था इस मामले में सफल भी रही. कई ऐसे प्रोडक्ट बनाए गए, जो प्रदुषण रोकने में मददगार साबित हुई. एक बार फिर आईआईटी कानपुर ने एक खास मोबाइल लैबोरेट्री वैन तैयार की है, जो सिर्फ 11 दिनों में एक स्थान पर पॉल्यूशन के बारे में पूरा डाटा एकत्रित कर सकता है. 10 दिनों तक यह डाटा इकट्ठा करेगा. इसके बाद 11 वें दिन यह पूरा एनालिसिस करके प्रदूषण के कारणों तक का पता लगाएगा. 20 करोड रुपए से हुई है तैयार आपको बता दें आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ प्रोफेसर सच्चिदानंद त्रिपाठी की देखरेख में यह मोबाइल लैबोरेट्री वैन तैयार की गई है. इस वैन को बनाने में 20 करोड रुपए का खर्चा आया है. प्रदूषण से जुड़े हर डाटा का एनालिसिस करके यह 11 दिन में एक लोकेशन की पूरी पॉल्यूशन की रिपोर्ट देगा. इसमें पॉल्यूशन के कौन-कौन से फैक्टर है. किस स्थान पर ज्यादा पॉल्यूशन है. इसके कारण क्या है इन सब का पता यह मोबाइल लैबोरेट्री वैन बताएगी. 2 साल तक का लगता है समय आमतौर पर पॉल्यूशन का रिकॉर्ड लेने में और उसके कारण का पता लगाने में अभी देश में जो चीज अवेलेबल है उनमें पूरा 2 साल का समय लग जाता है. ऐसे में यह लैबोरेट्री मात्र 11 दिन में सोर्स का पता लगा लेगी. ऐसे में पॉल्यूशन की रोकथाम में एजेंसी को काफी मदद मिलेगी. अभी प्रोजेक्ट के तहत यह एक लैबोरेट्री वैन तैयार की गई है. जो अभी पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इस्तेमाल में लाई जा रही है. वहीं इसमें सफलता मिलने के बाद इसको बड़े स्तर पर करने की तैयारी भी है. अगले महीने पहुंचेगी कानपुर आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर सच्चिदानंद त्रिपाठी ने बताया कि इस वैन को बनाने के लिए उन्हें केंद्र से प्रोजेक्ट मिला था जिसके बाद इसको तैयार किया गया था. इसका ट्रायल लखनऊ और कानपुर में होगा. लखनऊ में ट्रायल चल रहा है जिसमें 1 अक्टूबर से 25 दिसंबर तक वैन लखनऊ के पांच इलाकों में रही है वहां का डाटा लिया है. वहीं दूसरे सीजन में 16 फरवरी से वैन लखनऊ में अलग इलाकों में है. अब अगले महीने यह कानपुर आएगी. इसके बाद लखनऊ और कानपुर के जो डाटा रिपोर्ट तैयार होगी. उसको वहां के लोकल प्रशासन पॉल्यूशन बोर्ड के साथ शेयर किया जाएगा. उसी रिपोर्ट के आधार पर पॉल्यूशन की रोकथाम के लिए नीतियां तैयार की जाएगी और उसके रोकथाम का इंतजाम किया जाएगा. . Tags: Local18FIRST PUBLISHED : April 25, 2024, 22:05 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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