कब और क्यों मनाया जाता है गंगा दशहरा जानें क्या है इसकी पैराणिक मान्यता
कब और क्यों मनाया जाता है गंगा दशहरा जानें क्या है इसकी पैराणिक मान्यता
Ganga dussehra 2024 : गंगा दशहरा का अपना पौराणिक मान्यता है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से जन्म जन्मांतर का पाप खत्म होता है, तो आइए जानते हैं कि कब है गंगा दशहरा क्या है शुभ मुहूर्त और कब बन रहा है अद्भुत संयोग.
सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या: सनातन धर्म में गंगा दशहरा का पर्व बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के मुताबिक गंगा दशहरा का पर्व प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन मनाया जाता है. इस दिन जगत की धात्री मां गंगा की पूजा आराधना करने का विधान है. इस दिन सनातन धर्म को मानने वाले लोग ब्रह्म मुहूर्त में पवित्र नदी मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाते हैं और इस दिन विधि विधान पूर्वक मां गंगा की पूजा आराधना करते हैं.
अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि प्रत्येक वर्ष हिंदू पंचांग के मुताबिक ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाता है. दशमी तिथि की शुरुआत 16 जून को देर रात्रि 2:32 से शुरू हो रही है और इसका समापन अगले दिन 17 जून को सुबह 4:43 पर समाप्त होगा. ऐसी स्थिति में गंगा दशहरा का पर्व 16 जून को मनाया जाएगा. इस दिन ज्योतिष गणना के मुताबिक वारियां योग का निर्माण भी हो रहा है.
इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग रवि योग और अमृत योग का भी संयोग बन रहा है. इस योग में गंगा स्नान करने से जातक को अक्षय फल की प्राप्ति होती है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक गंगा दशहरा के दिन मां गंगा की पूजा आराधना करने के साथ-साथ पवित्र नदी मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाने से जन्म-जन्मांतर में किए गए सभी पाप नष्ट हो जाते हैं. साथ ही मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.
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Tags: Ayodhya News, Local18FIRST PUBLISHED : April 25, 2024, 21:38 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed