जर्जर हालत में है मराठों का पहरेदार AMU सही से नहीं कर रहा देखभाल!

Aligarh Fort: वैसे तो अलीगढ़ मे कई ऐतिहासिक धरोहर हैँ. लेकिन, इसमें बेहद खास अलीगढ़ किला है. इसी अलीगढ़ किला की जर्जर हालत पर चिंता व्यक्त कर डॉ निशित शर्मा ने संस्कृति मंत्रालय को एक पत्र लिखा है, जिसमें एएमयू से किले के संरक्षण की जिम्मेदारी वापस लेने की बात कही है.

जर्जर हालत में है मराठों का पहरेदार AMU सही से नहीं कर रहा देखभाल!
वसीम अहमद /अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के ज़िला अलीगढ़ में कई ऐतिहासिक धरोहरें हैं, जिनमें अलीगढ़ किला भी शामिल है. इसी अलीगढ़ किले की जर्जर स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए डॉ. निशित शर्मा ने संस्कृति मंत्रालय को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने किले के संरक्षण की जिम्मेदारी AMU से वापस लेने की बात कही है. किला संरक्षण मंच के संयोजक डॉ. निशित शर्मा ने बताया कि अलीगढ़ किले का इतिहास अत्यंत पुराना और गौरवशाली है. वर्तमान में इसका संरक्षण अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के जिम्मे है, लेकिन किला जर्जर अवस्था में है. डॉ. निशित शर्मा ने आगे बताया कि कुछ वर्ष पूर्व किले के अंदर एक मदरसा संचालित होता था और संरक्षण के लिए जो बजट दिया जाता है, उसे व्यर्थ कर दिया गया. उन्होंने मांग की है कि एएमयू से किले के संरक्षण की जिम्मेदारी वापस ली जाए. इस संबंध में किला संरक्षण मंच ने संस्कृति मंत्रालय को पत्र भेजा है. साथ ही उन्होंने सुझाव दिया है कि किला परिसर में मराठा-अंग्रेज युद्ध में शहीद हुए मराठाओं का भव्य स्मारक तैयार किया जाए. अलीगढ़ किले का है गौरवशाली इतिहास डॉ. निशित शर्मा ने कहा कि अलीगढ़ किला इतिहास की दृष्टि से अत्यंत गौरवशाली, विशाल और अभेद रहा है. 12वीं शताब्दी में इस किले पर डोर राजपूतों का अधिकार था, जो दिल्ली के तोमर राजाओं के अधीन थे. बाद में जाट राजा सूरजमल, माधोजी सिंधिया और मराठाओं ने इस किले को भव्यता प्रदान की. द्वितीय मराठा-अंग्रेज़ युद्ध (1803) में मराठा फौज के 2000 सैनिक इस किले में वीरगति को प्राप्त हुए थे. वर्तमान में किले का संरक्षण एएमयू के इतिहास विभाग के अधीन है. लेकिन वहां कोई सकारात्मक संरक्षण कार्य नहीं किया गया है. इसके विपरीत किले की भूमि का दुरुपयोग कर परिसर को दूषित किया जा रहा है. AMU से नहीं मिला जवाब जब इस मामले पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय प्रशासन से संपर्क किया गया, तो प्रशासन द्वारा कोई भी जवाब नहीं दिया गया. Tags: Aligarh news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 29, 2024, 10:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed